हैप्पी बर्थ-डे रेवाड़ी:1989 में जिला बना रेवाड़ी, तब से 28 डीसी और 15 विधायक बदले, 31 वर्ष का हो गया अपना जिला
31 साल पहले ठीक आज ही के दिन रेवाड़ी जिला अस्तित्व में आया। 1 नवंबर 1989 को महेंद्रगढ़ से अलग कर रेवाड़ी को अलग जिले का दर्जा दिया था। उस समय यह मांग 2 साल पहले ही उठनी शुरू हुई थी। तत्कालीन विधायक रघु यादव ने पूर्व सीएम चौ. देवीलाल के समक्ष मांग रखी थी, जिसे स्वीकृति मिल गई। तब से रेवाड़ी जिला में 28 डीसी आ चुके हैं। जबकि 3 विधानसभा सीटों पर 15 विधायक रहे चुके। इन 31 सालों में जिले ने विकास का सफर तय किया है। सैनिक स्कूल, आईजीयू मीरपुर जैसे संस्थान मिले हैं। ईएसआई अस्पताल प्रस्तावित है। जिले से 25 हजार से ज्यादा सैनिक व 35 हजार पूर्व सैनिक हैं। जनसभा में रखी मांग सीएम ने दी मंजूरी पूर्व विधायक रघु यादव बताते हैं कि वर्ष 1987 में वे चौ. देवीलाल की पार्टी से रेवाड़ी सीट पर विधायक थे। उस समय उन्होंने राव तुलाराम पार्क में जनसभा आयोजित की थी, जिसमें मुख्यमंत्री चौ. देवीलाल भी पहुंचे थे। इस जनसभा के दौरान विधायक रघु यादव ने रेवाड़ी को अलग जिला बनाने की मांग रखी। इस मांग को चौ. देवी लाल ने माना। हालांकि जिला बनने से पहले रघु यादव ने दक्षिण हरियाणा के हकों (नौकरियों और नहरी पानी) के मुद्दे प...