पूर्व गृहमंत्री और अंबाला छावनी से विधायक अनिल विज ने कहा कि वर्ष-2014 का चुनाव पार्टी को मैंने जितवाया। इसके लिए पांच वर्षों तक कांग्रेस के खिलाफ लड़ाई लड़ी। मैंने ही यह दबाव डाला था कि हमें हरियाणा में अकेले ही चुनाव लड़ना चाहिए, जिसको आलाकमान ने स्वीकार किया था, जिसके बाद बहुमत से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी। इसके बाद 2019 में बहुमत नहीं मिलने के सवाल पर विज ने कहा कि इसका जवाब पूर्व मुख्यमंत्री ही बता सकते हैं। निजी चैनल को दिए गए साक्षात्कार में विज ने कहा कि 2024 में अचानक सीएम को बदलने का फैसला मेरे लिए बम शेल गिरने जैसा था। इस बात का मुझे अफसोस है। उन्होंने कहा कि खुद को सीएम बनाने के लिए कभी किसी से कुछ नहीं कहा, लेकिन सीएम काबिल आदमी को ही बनाना चाहिए, जो प्रदेश और आमजन की भलाई के लिए काम कर सके। उन्होंने कहा कि मैं जो लोगों के लिए कर सकता था, वह मैंने करने का प्रयास किया है। रात्रि दो-दो बजे तक जनता कैंप लगाया है, लोगों की समस्याएं सुनी हैं। राजनीति में कभी कुछ भी हो सकता है। उसके लिए हर आदमी को तैयार रहना चाहिए। मैं पार्टी का कार्यकर्ता हूं जाे काम दिया जाता है करता...