Skip to main content

हरियाणा की एक विधानसभा सीट रिक्त घोषित:विधायक के निधन के बाद नोटिफिकेशन जारी; टिकट के लिए BJP के 3 तो कांग्रेस के 2 दावेदार

 


बादशाहपुर सीट से विधायक राकेश दौलताबाद के निधन के बाद विधानसभा की तरफ से सीट रिक्त घोषित की गई है।

हरियाणा में गुरुग्राम जिले के अंतर्गत आने वाली बादशाहपुर विधानसभा सीट रिक्त घोषित कर दी गई है। विधानसभा की ओर से इसको लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। अब विधानसभा की तरफ से इसकी जानकारी चुनाव आयोग को भेजी जाएगी। चूंकि विधानसभा चुनाव के लिए 6 महीने से कम का समय है, इसलिए इस सीट पर चुनाव अन्य 89 सीटों के साथ ही कराए जाएंगे।



विधानसभा सीट के लिए भाजपा कांग्रेस के दावेदार एक्टिव हो गए हैं। अभी इस सीट पर भाजपा से 3 और कांग्रेस से 2 दावेदार बताए जा रहे हैं।

25 मई को हुआ था दौलताबाद का निधन
बादशाहपुर सीट से राकेश दौलताबाद विधायक थे। 25 मई को हार्ट अटैक के कारण उनका निधन हो गया था। 2019 में राकेश दौलताबाद, बादशाहपुर से आजाद उम्मीदवार के रूप में जीत कर विधानसभा पहुंचे थे। शनिवार सुबह वोटिंग वाले दिन विधायक वोट डालकर अपने फार्म हाउस पर आराम करने गए थे।

वहां सुबह करीब 10 बजे उन्हें हार्ट अटैक आया। इसके बाद उन्हें निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान राकेश की मौत हो गई थी। गुरुग्राम के पालम विहार मणिपाल अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली थी।

राकेश दौलताबाद का 25 मई को हार्ट अटैक से निधन हो गया था। उन्होंने प्राइवेट अस्पताल में अंतिम सांस ली।
राकेश दौलताबाद का 25 मई को हार्ट अटैक से निधन हो गया था। उन्होंने प्राइवेट अस्पताल में अंतिम सांस ली।

BJP को दिया था समर्थन, CM बदलने पर भी साथ नहीं छोड़ा
दौलताबाद ने बतौर निर्दलीय विधायक रहते हुए पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्‌टर के नेतृत्व में बनी भाजपा की सरकार को बिना शर्त समर्थन दिया था। इसके बाद जब जजपा से गठबंधन टूटा तब भी नायब सैनी के नेतृत्व में बनी सरकार का उन्होंने समर्थन दिया। लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा सरकार से 3 निर्दलीय विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया। उन्होंने भूपेंद्र हुड्‌डा की मौजूदगी में रोहतक में कांग्रेस का समर्थन किया। इनमें धर्मबीर गोंदर, सोमवीर सांगवान और रणधीर गोलन शामिल थे।

हालांकि, इन 3 के अलावा दौलताबाद के भी सरकार से समर्थन वापस लेने की खूब चर्चा हुई। मगर, उन्होंने इन 3 विधायकों का साथ नहीं दिया। उन्होंने बाद में एक वीडियो जारी कर भाजपा सरकार का ही समर्थन करने का ऐलान किया था।

यहां पढ़िए बादशाहपुर से अब कौन-कौन दावेदार

भाजपा में टिकट के 3 दावेदार
हरियाणा की बादशाहपुर विधानसभा सीट पर भाजपा की टिकट से 3 दावेदार हैं। सबसे प्रबल दावेदार राव नरवीर सिंह हैं। इन्होंने 2014 में विधानसभा चुनाव लड़ा था और जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। खट्‌टर के पहले टर्म में इन्हें कैबिनेट मंत्री भी बनाया गया था। हालांकि, 2019 में इनकी टिकट पार्टी ने काट कर मनीष यादव को टिकट दी थी, लेकिन वह निर्दलीय लड़े राकेश दौलताबाद से चुनाव हार गए थे।

इस सीट से दावेदार मुकेश शर्मा भी हैं, इन्होंने 2019 में निर्दलीय चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे, इस बार भी हलके में काफी एक्टिव हैं।

कांग्रेस में अभी 2 ही दावेदार
बादशाहपुर सीट से कांग्रेस से अभी 2 दावेदारों के ही नाम चल रहे हैं। पहला नाम यहां से भाजपा के दावेदार राव नरवीर सिंह के ही भाई राव कमल वीर का है। इन्होंने 2019 में भी चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे। इनके अलावा पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा के करीबी ब्राह्मण चेहरा जितेंद्र भारद्वाज भी दावेदार हैं, हालांकि अन्य के मुकाबले यह ग्राउंड में एक्टिव नहीं हैं।

जितेंद्र भारद्वाज, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्‌डा के करीबी माने जाते हैं। वह भी कांग्रेस के टिकट की रेस में हैं।
जितेंद्र भारद्वाज, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्‌डा के करीबी माने जाते हैं। वह भी कांग्रेस के टिकट की रेस में हैं।



Comments

Vyas Media Network

Vyas Media Network

Popular posts from this blog

हरियाणा में 15 हजार पदों पर सरकारी नौकरी निकली:ग्रुप-C के पद भरे जाएंगे, 5 बोनस नंबर के बिना भर्ती होंगे; क्लर्क की सबसे ज्यादा वैकेंसी

  हरियाणा में सरकारी भर्तियों में सामाजिक-आर्थिक आरक्षण के आधार पर दिए जाने वाले 5 नंबर के बोनस के बिना ही भर्तियां शुरू कर दी गई है। हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) ने ग्रुप-C के15755 पद के लिए दोबारा विज्ञापन निकाला दिया है। आयोग ने इन पदों के लिए आवेदन के लिए 8 जुलाई लास्ट डेट तय की है। इन पदों में ग्रुप-C के लगभग 2 हजार नए पद शामिल किए गए हैं। पद ग्रुप संख्या 1, 2, 56 और 57 में आते हैं। जिन पदों के लिए अब आवेदन मांगे गए हैं, उनके लिए लिखित परीक्षा जुलाई में पूरी करने की तैयारी आयोग कर रहा है। आयोग ग्रुप-C के बचे पदों, नए पदों और ग्रुप-D के बचे पदों और नए आने वाले पदों पर सामाजिक-आर्थिक मानदंड के अंकों के बगैर भर्ती शुरू की है। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने इन अंकों को असंवैधानिक करार दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने भी हाईकोर्ट के फैसले में कोई त्रुटि नहीं बताई है, इसलिए आयोग को हाईकोर्ट के फैसले अनुसार भर्ती प्रक्रिया शुरू करनी पड़ी। पहले भी जारी हुआ था विज्ञापन इन पदों के लिए 2018 और 2019 में भी विज्ञापन जारी हुआ था, जब प्रक्रिया चल रही थी तब सरकार ने सीईटी के जरिए ग्रुप-C-D पदो...

Haryana BJP:भाजपा उम्मीदवार व राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार के खिलाफ बगावत शुरू हो गई,शेरा का निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान; बोले- मनोहर लाल-संजय भाटिया ने संगठन का नाश मारा

  हरियाणा के पानीपत की इसराना विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार व राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार के खिलाफ बगावत शुरू हो गई है। यहां से स्थानीय भाजपा नेता सत्यवान शेरा ने निर्दलीय लड़ने का ऐलान कर दिया है। टिकट ना मिलने से नाराज सत्यवान ने अपनी पत्नी के साथ तीन दिन पहले ही पार्टी से इस्तीफा दिया था। इसके बाद आज सोमवार को उन्होंने प्रेस कान्फ्रेंस कर भाजपा के कई बड़े नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है। सत्यवान ने कहा, "हम संगठन के लिए कई वर्षों से काम कर रहे हैं। लेकिन, यहां से पार्टी ने राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार को टिकट देकर बाकी कार्यकर्ताओं की अनदेखी की है। अब चुनावों में पंवार को वोटों की चोट झेलनी होगी"। बता दें कि कांग्रेस ने यहां से अपने मौजूदा विधायक बलबीर सिंह वाल्मीकि को मैदान में उतारा है। मनोहर और संजय खुद से बड़ा किसी को नहीं समझते: शेरा सत्यवान शेरा ने कहा, "प्रदेश के संगठन का दो लोगों ने नाश मार दिया है। ये नेता मनोहर लाल और संजय भाटिया हैं। दोनों ही पार्टी में खुद से बड़ा किसी को नहीं समझते। दोनों अपनी मनमर्जी चलाते हैं। अगर प...

हरियाणा में 11 जिलों के DC पर एक्शन की तैयारी:CM सैनी की ट्रांसफर लिस्ट में 2 कमिश्नर भी; पुलिस रेंज के ADGP-IG बदले जाएंगे

  हरियाणा लोकसभा चुनाव परिणाम जारी होने के बाद सूबे की अफसरशाही में बड़े बदलाव की तैयारी है। मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) में अफसरों की लिस्ट तैयार हो रही है। लिस्ट तैयार होने के बाद CM नायब सैनी के साथ चर्चा होगी। इसके बाद ट्रांसफर लिस्ट जारी कर दी जाएगी। CMO के सूत्रों का कहना है कि इस ट्रांसफर लिस्ट में 11 जिलों के DC और 2 कमिश्नरों के नाम हैं। इसके अलावा कुछ विभागों के अध्यक्षों के भी ट्रांसफर किए जाने के आसार हैं। इसके अलावा पुलिस रेंज में तैनात ADGP - IG भी बदले जाएंगे। चर्चा है कि मुख्यमंत्री अपने कार्यालय में भी एक-दो नए अफसर तैनात कर सकते हैं। इसलिए बदलाव के मूड में CM हरियाणा में ब्यूरोक्रेसी को लेकर बदलाव की वजह लोकसभा चुनाव बताए जा रहे हैं। सरकार को इनपुट मिला है कि चुनाव में ब्यूरोक्रेसी के कुछ अफसरों ने सरकार के खिलाफ काम किया है। चर्चा है कि अफसरशाही भी लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद अपने व्यवहार में बदलाव कर सकती है। ये अफसर दिल्ली जाने के इच्छुक मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर फिलहाल केंद्र जाने वाले हैं। तब तक वह इसी पद पर बने रह सकते हैं। हरियाणा कैडर के 2000 बैच ...