Skip to main content

Rajasthan: राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस के लिए बेहद अहम हैं आने वाले 3 दिन, जानें- क्या होने वाला है ख़ास ?



Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान की राजनीति के लिए आने वाले ये तीन दिन बेहद अहम होने वाले हैं क्योंकि, दोनों दल सत्ता धारी और विपक्ष के दिग्गज नेता एक बड़े निर्णय की ओर आगे बढ़ने वाले हैं. कांग्रेस एक तरफ जहां सोमवार को दिल्ली में बैठक करेगी और वहीं दूसरी ओर अजमेर में पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का दौरा है. 29, 30 और 31 मई को राजस्थान से जुड़ी तीन बड़ी राजनीतिक घटनाएं होंगीं. इन बैठकों पर सबकी नजर है.


क्या अशोक गहलोत और सचिन पायलट (sachin pilot) के बीच जो 'कोल्ड वार' चल रहा है, उसका पटाक्षेप होगा, क्या 31 मई को बीजेपी कोई बड़ा संदेश दे पायेगी ? इन तमाम सवालों का जवाब इन तीन दिनों में मिल जाएगा.

29 मई को दिल्ली में क्या मिल पाएंगे 'दिल' ?
29 मई को दिल्ली में कांग्रेस की अहम बैठक है. जहां पर राजस्थान के सभी दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे. जिसमें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, रघु शर्मा, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा और तीनों सहप्रभारी मौजूद रहेंगे. यहां पर अशोक गहलोत के सामने सभी नेता होंगे. आलाकमान क्या इस मसले पर कोई निर्णय ले पाएगा. इस मीटिंग के बाद से राजस्थान में एक अलग माहौल बनेगा. क्या इस  बैठक में नेताओं के दिल मिल पाएंगे. 


30 मई को सचिन पायलट के अल्टीमेटम का अंतिम दिन 
 13 दिन पहले जयपुर से कुछ दूरी पर भांकरोटा में सचिन पायलट ने सरकार के खिलाफ आंदोलन करने का एलान कर दिया था. अगर 29 मई की बैठक में कोई निर्णय होता है तो उसका 30 मई के आंदोलन पर असर पड़ेगा. इसका इंतजार सभी को है. सचिन पायलट के समर्थक आंदोलन की तैयारी में है. और पार्टी इस आंदोलन को रोकने के लिए प्रयास में है. इसलिए 30 मई का दिन बेहद अहम है. 


31 मई को अजमेर में पीएम मोदी का दौरा 
31 मई को पीएम नरेंद्र मोदी का अजमेर में दौरा है. इस दौरे पर सबकी नजरें हैं. बीजेपी जहां पर एक तरह से इस आस में है कि पीएम कोई बड़ी घोषणा करेंगे जिससे राजस्थान में बीजेपी की स्थिति पर असर पड़ेगा. वहीं कई नेताओं की धड़कनें तेज हैं कि क्या उन्हें मंच पर जगह मिलेगी या नहीं. पीएम के साथ किसकी मुलाकात हो पाएगी. 

Comments

Vyas Media Network

Vyas Media Network

Popular posts from this blog

हरियाणा में 15 हजार पदों पर सरकारी नौकरी निकली:ग्रुप-C के पद भरे जाएंगे, 5 बोनस नंबर के बिना भर्ती होंगे; क्लर्क की सबसे ज्यादा वैकेंसी

  हरियाणा में सरकारी भर्तियों में सामाजिक-आर्थिक आरक्षण के आधार पर दिए जाने वाले 5 नंबर के बोनस के बिना ही भर्तियां शुरू कर दी गई है। हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) ने ग्रुप-C के15755 पद के लिए दोबारा विज्ञापन निकाला दिया है। आयोग ने इन पदों के लिए आवेदन के लिए 8 जुलाई लास्ट डेट तय की है। इन पदों में ग्रुप-C के लगभग 2 हजार नए पद शामिल किए गए हैं। पद ग्रुप संख्या 1, 2, 56 और 57 में आते हैं। जिन पदों के लिए अब आवेदन मांगे गए हैं, उनके लिए लिखित परीक्षा जुलाई में पूरी करने की तैयारी आयोग कर रहा है। आयोग ग्रुप-C के बचे पदों, नए पदों और ग्रुप-D के बचे पदों और नए आने वाले पदों पर सामाजिक-आर्थिक मानदंड के अंकों के बगैर भर्ती शुरू की है। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने इन अंकों को असंवैधानिक करार दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने भी हाईकोर्ट के फैसले में कोई त्रुटि नहीं बताई है, इसलिए आयोग को हाईकोर्ट के फैसले अनुसार भर्ती प्रक्रिया शुरू करनी पड़ी। पहले भी जारी हुआ था विज्ञापन इन पदों के लिए 2018 और 2019 में भी विज्ञापन जारी हुआ था, जब प्रक्रिया चल रही थी तब सरकार ने सीईटी के जरिए ग्रुप-C-D पदो...

Haryana BJP:भाजपा उम्मीदवार व राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार के खिलाफ बगावत शुरू हो गई,शेरा का निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान; बोले- मनोहर लाल-संजय भाटिया ने संगठन का नाश मारा

  हरियाणा के पानीपत की इसराना विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार व राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार के खिलाफ बगावत शुरू हो गई है। यहां से स्थानीय भाजपा नेता सत्यवान शेरा ने निर्दलीय लड़ने का ऐलान कर दिया है। टिकट ना मिलने से नाराज सत्यवान ने अपनी पत्नी के साथ तीन दिन पहले ही पार्टी से इस्तीफा दिया था। इसके बाद आज सोमवार को उन्होंने प्रेस कान्फ्रेंस कर भाजपा के कई बड़े नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है। सत्यवान ने कहा, "हम संगठन के लिए कई वर्षों से काम कर रहे हैं। लेकिन, यहां से पार्टी ने राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार को टिकट देकर बाकी कार्यकर्ताओं की अनदेखी की है। अब चुनावों में पंवार को वोटों की चोट झेलनी होगी"। बता दें कि कांग्रेस ने यहां से अपने मौजूदा विधायक बलबीर सिंह वाल्मीकि को मैदान में उतारा है। मनोहर और संजय खुद से बड़ा किसी को नहीं समझते: शेरा सत्यवान शेरा ने कहा, "प्रदेश के संगठन का दो लोगों ने नाश मार दिया है। ये नेता मनोहर लाल और संजय भाटिया हैं। दोनों ही पार्टी में खुद से बड़ा किसी को नहीं समझते। दोनों अपनी मनमर्जी चलाते हैं। अगर प...

हरियाणा में 11 जिलों के DC पर एक्शन की तैयारी:CM सैनी की ट्रांसफर लिस्ट में 2 कमिश्नर भी; पुलिस रेंज के ADGP-IG बदले जाएंगे

  हरियाणा लोकसभा चुनाव परिणाम जारी होने के बाद सूबे की अफसरशाही में बड़े बदलाव की तैयारी है। मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) में अफसरों की लिस्ट तैयार हो रही है। लिस्ट तैयार होने के बाद CM नायब सैनी के साथ चर्चा होगी। इसके बाद ट्रांसफर लिस्ट जारी कर दी जाएगी। CMO के सूत्रों का कहना है कि इस ट्रांसफर लिस्ट में 11 जिलों के DC और 2 कमिश्नरों के नाम हैं। इसके अलावा कुछ विभागों के अध्यक्षों के भी ट्रांसफर किए जाने के आसार हैं। इसके अलावा पुलिस रेंज में तैनात ADGP - IG भी बदले जाएंगे। चर्चा है कि मुख्यमंत्री अपने कार्यालय में भी एक-दो नए अफसर तैनात कर सकते हैं। इसलिए बदलाव के मूड में CM हरियाणा में ब्यूरोक्रेसी को लेकर बदलाव की वजह लोकसभा चुनाव बताए जा रहे हैं। सरकार को इनपुट मिला है कि चुनाव में ब्यूरोक्रेसी के कुछ अफसरों ने सरकार के खिलाफ काम किया है। चर्चा है कि अफसरशाही भी लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद अपने व्यवहार में बदलाव कर सकती है। ये अफसर दिल्ली जाने के इच्छुक मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर फिलहाल केंद्र जाने वाले हैं। तब तक वह इसी पद पर बने रह सकते हैं। हरियाणा कैडर के 2000 बैच ...