प्रतीकात्मक फोटो फोटो सोशल मीडिया
हरियाणा के करनाल की घरौंडा नगर पालिका में प्रधानमंत्री आवास योजना के सिविल इंजीनियर से 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगने वाले ऑडिट ऑफिसर को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने रंगे हाथों काबू किया है। सिविल इंजीनियर पर ऑडिट ऑफिसर डॉक्यूमेंट्स में कमियां निकालकर अनावश्यक दबाव बना रहा था। ABC पंचकूला की टीम आरोपी ऑडिट ऑफिसर से पूछताछ करेगी।
शहर की नगरपालिका में चंडीगढ़ की ऑडिट टीम अकाउंट की जांच करने के लिए पहुंची हुई थी। इसी दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना के दस्तावेजों की भी टीम ने जांच पड़ताल की। पीएमएवाईके ब्रांच का कार्य सिविल इंजीनियर मनदीप चौधरी देखता है। मनदीप पंचकूला के पीएमएवाईके डिपार्टमेंट के अधीन कार्य करता है।
नगरपालिका कर्मचारी नहीं है मनदीप
नगर पालिका अधिकारियों के मुताबिक, मनदीप नगरपालिका का कर्मचारी नहीं है। आरोप है कि पीएमएवाईके के कागजातों के जांच के दौरान ऑडिट ऑफिसर प्रेमचंद ने कागजातों में कमी निकालनी शुरू कर दी और तीन-चार दिन से अनावश्यक दबाव मनदीप पर बनाना शुरू कर दिया। ऑडिट ऑफिसर प्रेम चंद द्वारा मनदीप को धमकी दी गई थी कि वे रिपोर्ट में जो भी कुछ लिखेंगे वहीं सच माना जाएगा। अगर वह इस कार्रवाई से बचना चाहता है तो 50 हजार रुपए का इंतजाम कर ले।
पंचकूला विजिलेंस टीम को दी थी शिकायत
इस धमकी के बाद ही मनदीप ने पंचकूला की एसीबी को रविवार को शिकायत दे दी थी और ऑडिट ऑफिसर को सोमवार का समय दिया गया था। के इंस्पेक्टर अमित कुमार के नेतृत्व में टीम में सदस्य ASI गुरचरण सिंह, ASI यशवंत सिंह, मुख्य सिपाही अनिल कुमार सुबह 11 बजे ही नगरपालिका में पहुंच गए थे। शाम को जैसे ही ऑडिट ऑफिसर प्रेमचंद मनदीप के पास पैसे लेने पहुंच तो मनदीप ने प्रेमचंद को पैसे दिए तो तुरंत एसीबी की टीम पहुंची और रंगे हाथों आरोपी को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए काबू कर लिया।
कल किया जाएगा कोर्ट में पेश
पंचकूला विजिलेंस टीम के इंस्पेक्टर अमित कुमार ने बताया कि टीम द्वारा आरोपी प्रेमचंद को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। कल आरोपी को अदालत में पेश रिमांड पर लिया जाएगा। रिमांड के दौरान आरोपी से गहनता से पूछताछ की जाएगी।
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