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राज्यसभा सांसद की कोठी में छिपाकर रखा गया था ट्रैक्टर, सोनीपत से लाया गया था किराए पर

 


नई दिल्ली के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस मामले में जल्द ही कई पुलिस अधिकारियों व कर्मियों पर गाज गिर सकती है। इस घटना के बाद नई दिल्ली डीसीपी दीपक यादव बहुत नाराज बताए जा रहे हैं। 


राहुल गांधी समेत कांग्रेसी नेता बहुत ही सोची-समझी रणनीति के तहत ट्रैक्टर से संसद तक पहुंचे थे। ट्रैक्टर को हरियाणा के सोनीपत से किराए पर मंगाया था। ट्रैक्टर को कंटेनर में छिपाकर दिल्ली लाया गया था। कंटेनर को कांग्रेस के राज्यसभा सांसद व जाने-माने वकील केटीएस तुलसी की सरकारी कोठी में रखा गया था। करीब डेढ़ किमी चलकर ट्रैक्टर संसद तक पहुंच गया और दिल्ली पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। आतंकी हमले के इनपुट्स के बीच इसे सुरक्षा व्यवस्था में बहुत बड़ी सेंध माना जा रहा है। 

नई दिल्ली के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस मामले में जल्द ही कई पुलिस अधिकारियों व कर्मियों पर गाज गिर सकती है। इस घटना के बाद नई दिल्ली डीसीपी दीपक यादव बहुत नाराज बताए जा रहे हैं। 

 अधिकारी ने बताया कि कंटेनर को सोनीपत, हरियाणा से किराए पर मंगाया गया था। कंटेनर में टैक्टर को छिपाकर लाया गया था। कंटेनर चालक सुनील ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि वह धौला कुंआ के रास्ते 3, मोतीलाल नेहरू मार्ग में रहने वाले राज्यसभा सांसद केटीएस तुलसी के आवास पर पहुंचा था। यहां पर ट्रैक्टर को सोमवार सुबह कंटेनर से उतारा गया और इसके बाद कांग्रेसी नेता ट्रैक्टर से संसद तक पहुंचे। ट्रैक्टर मोतीलाल नेहरू मार्ग से संसद के गेट नंबर दो तक पहुंच गया। रास्ते में ट्रैक्टर को किसी ने भी नहीं रोका और न ही किसी पुलिसकर्मी की ट्रैक्टर पर नजर पड़ी। 

वोट क्लब चौकी इंचार्ज राजकिरण को जैसे ही सूचना मिली उन्होंने रेसक्रॉस रोड पर ट्रैक्टर को रोका। बताया जा रहा है कि यहां पर दिल्ली पुलिसकर्मी व राहुल गांधी की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों की काफी तीखी बहस हुई थी। यहां से 10 से ज्यादा कांग्रेसी नेताओं को हिरासत में ले लिया गया और मंदिर मार्ग थाने ले जाया गया। सभी को देर शाम छोड़ दिया गया। बताया जा रहा है कि नई दिल्ली जिला डीसीपी दीपक यादव सुरक्षा में हुई सेंध को लेकर अपने अधिनस्थ पुलिसकर्मियों से बहुत ज्यादा नाराज हैं। इस मामले में जल्द ही कई पुलिसकर्मियों पर गाज गिर सकती है। 

दिल्ली पुलिस का खुफिया तंत्र फेल हुआ
ट्रैक्टर को कंटेनर में छिपाकर अति सुरक्षित इलाके में ले आया गया और दिल्ली पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। इसे दिल्ली पुलिस के खुफिया विभाग की नाकामी माना जा रहा है। गनीमत है कि ये राजनीति ड्रामा है। अगर इसकी जगह आतंकी होते तो कुछ भी हो सकता था। बिना अनुमति के व्यवसायिक वाहन को नई दिल्ली इलाके में प्रवेश नहीं है। फिर कंटेनर नई दिल्ली इलाके में कैसे आ गया। 

कंटेनर ड्राइवर सुनील को हिरासत में लिया गया
तीन, मोती लाल नेहरू मार्ग तुगलक रोड थाना इलाके में आता है। ऐसे में तुगलक रोड थाना पुलिस ने कंटेनर के ड्राइवर सुनील को हिरासत में ले लिया था। बिना अनुमति के नई दिल्ली इलाके में प्रवेश करने पर कंटेनर का चालान किया जा सकता है। दूसरी तरफ संसद मार्ग थाना पुलिस ने ट्रैक्टर को जब्त कर लिया है। इस मामले में  संसद मार्ग थाना पुलिस जल्द ही मामला दर्ज कर सकती है। ट्रैक्टर को नई दिल्ली इलाके में लाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा हुआ है और संसद के इलाके समेत नई दिल्ली में धारा 144 लगी हुई है। 



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