नारनौल में जिला परिवेदना समिति की बैठक में चेयरपर्सन और प्रदेश के बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने नगर परिषद के जेई विकास शर्मा को ससपेंड कर दिया हैं। इसके अलावा एडीसी को जांच के आदेश दिए हैं। इस मामले में पीड़ितों ने बिजली मंत्री कों नगर परिषद के जेई विकास और एक्सईएन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी, जिस पर बिजली मंत्री ने विकास कों ससपेंड कर जांच के आदेश दिए हैं।
बिना रिश्वत काम नहीं
उन्होंने बताया कि नगर परिषद में प्रॉपर्टी आईडी के नाम पर बहुत बड़ा घोटाला हो रहा है। उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए बताया कि उनका भी एक कार्य कई महीनों से अटका हुआ है तथा बिना रिश्वत के वह काम नहीं हो रहा। इसी बीच ग्रीवेंस मेंबर छोटू पहलवान ने भी कहा कि नगर परिषद में व्यापक भ्रष्टाचार है तथा नगर परिषद के एक्सइन और बिल्डिंग इंस्पेक्टर भ्रष्टाचार कर रहे हैं। जिसके कारण लोग परेशान हैं।
सभी ने भरी हामी
इस पर मंत्री ने जन परिवेदना समिति के अन्य मेंबरों से इस बारे में पूछा। इस पर लगभग सभी मेंबरों ने पुष्टि की कि नगर परिषद में इस प्रकार के भ्रष्टाचार के किस्से उन्होंने सुने हैं। जिसके बाद मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने नगर परिषद के बिल्डिंग इंस्पेक्टर विकास शर्मा को सस्पेंड करने के ऑर्डर दिए।
मंत्री ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच एडीसी की अध्यक्षता में आयोजित एक कमेटी करेगी। अगर इस कमेटी में उनकी रिपोर्ट में नगर परिषद के एक्सइएन दोषी पाए गए तो उन्हें भी सस्पेंड किया जाएगा।
फोन नहीं उठाए तो भी नपेंगे अधिकारी
भाजपा के पूर्व जिला प्रधान शिवकुमार मेहता ने ग्रीवेंस कमेटी में मुद्दा उठाया कि नगर परिषद के एक्शन व अन्य अधिकारी उनके द्वारा कई बार फोन करने के बावजूद भी फोन नहीं उठाते हैं। इस पर मंत्री ने कहा कि अगर कोई अधिकारी ग्रीवेंस कमेटी के मेंबर का फोन 5 बार करने के बाद भी नहीं उठाता है तो भी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
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