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Haryana BJP:भाजपा उम्मीदवार व राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार के खिलाफ बगावत शुरू हो गई,शेरा का निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान; बोले- मनोहर लाल-संजय भाटिया ने संगठन का नाश मारा

 

हरियाणा के पानीपत की इसराना विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार व राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार के खिलाफ बगावत शुरू हो गई है। यहां से स्थानीय भाजपा नेता सत्यवान शेरा ने निर्दलीय लड़ने का ऐलान कर दिया है। टिकट ना मिलने से नाराज सत्यवान ने अपनी पत्नी के साथ तीन दिन पहले ही पार्टी से इस्तीफा दिया था।

इसके बाद आज सोमवार को उन्होंने प्रेस कान्फ्रेंस कर भाजपा के कई बड़े नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है। सत्यवान ने कहा, "हम संगठन के लिए कई वर्षों से काम कर रहे हैं। लेकिन, यहां से पार्टी ने राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार को टिकट देकर बाकी कार्यकर्ताओं की अनदेखी की है। अब चुनावों में पंवार को वोटों की चोट झेलनी होगी"। बता दें कि कांग्रेस ने यहां से अपने मौजूदा विधायक बलबीर सिंह वाल्मीकि को मैदान में उतारा है।

मनोहर और संजय खुद से बड़ा किसी को नहीं समझते: शेरा सत्यवान शेरा ने कहा, "प्रदेश के संगठन का दो लोगों ने नाश मार दिया है। ये नेता मनोहर लाल और संजय भाटिया हैं। दोनों ही पार्टी में खुद से बड़ा किसी को नहीं समझते। दोनों अपनी मनमर्जी चलाते हैं। अगर पार्टी में कोई नाराज हो जाता है, तो ये लोग उससे बातचीत भी नहीं करते हैं"।

इस दौरान उन्होंने आगे कहा, "मेरे नाराज होने पर कृष्णलाल पंवार ने मुझे फोन किया और कहा कि मनोहर लाल ने फोन करने को कहा है। तब मैंने उनसे पूछा कि अगर वो नहीं कहते तो क्या आप कॉल करते। मेरे इस सवाल का जवाब भी उन्होंने संतोषजनक नहीं दिया"।

इसराना में नहीं पंवार का जनाधार: सत्यवान सत्यवान शेरा ने कहा कि जब पार्टी ने कृष्ण लाल पंवार को राज्यसभा सांसद बना दिया है, तो अब उन्हें विधानसभा से टिकट क्यों दी गई है। क्या इसराना विधानसभा में सिर्फ पंवार का ही जनाधार है। ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। कृष्ण लाल पंवार को क्षेत्र वासी स्थानीय नेता नहीं मानते, क्योंकि वे लोगों के बीच नहीं रहते हैं।

पत्रकार वार्ता करते राज्यसभा सदस्य कृष्ण लाल पंवार।
पत्रकार वार्ता करते राज्यसभा सदस्य कृष्ण लाल पंवार।

2019 में अपनी सीट नहीं बचा पाए थे पंवार भाजपा ने 2024 के चुनाव में कई पुराने चेहरों पर दांव लगाया है, इन चेहरों में कई ऐसे नाम भी हैं जो 2019 में चुनाव हार गए थे। इन्हीं चेहरों में एक नाम राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार का भी है। 2014 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए पंवार को पार्टी ने उस समय इसराना से टिकट दिया था। उस चुनाव में भले ही पंवार भाजपा के लिए ये सीट जीतने में कामयाब रहे लेकिन 2019 में वह इस सीट को नहीं बचा पाए। कांग्रेस के बलबीर बाल्मीकि ने उन्हें 20,015 वोटों के अंतर से मात दी थी।

हालांकि हार के बाद भी पार्टी में पंवार का रुतबा कम नहीं हुआ और उन्हें राज्यसभा में पहुंचा दिया गया। पिछले विधानसभा चुनाव में हार के बावजूद भाजपा ने उनपर विश्वास जताया है। कुछ राजनीतिक जानकारों का मानना है कि ऐसा करके भाजपा दलित वोट बैंक पर अपनी पकड़ मजबूत बनाने का प्रयास कर रही है

Haryana BJP:BJP-SC मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष ने छोड़ी पार्टी:सूरजमल किलोई कांग्रेस में होंगे शामिल, कलानौर से रेनू को टिकट देने का विरोध

भाजपा एससी मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष सूरजमल किलोई अपना त्यागपत्र दिखाते हुए - Dainik Bhaskar
भाजपा एससी मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष सूरजमल किलोई अपना त्यागपत्र दिखाते हुए

टिकट कटने से नाराज भाजपा के एससी मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष सूरजमल किलोई ने पार्टी छोड़ दी है। अब वे कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे। उन्होंने कलानौर विधानसभा से भाजपा से टिकट के लिए दावेदारी ठोकी थी। लेकिन भाजपा ने उन्हें टिकट देने की बजाय रेनू डाबला को उम्मीदवार बनाया है। जिसके कारण सूरजमल किलोई नाराज थे और टिकट वितरण पर मंथन करने के लिए भी पार्टी आलाकमान को कहा, लेकिन उनकी नहीं सुनी गई।

सूरजमल किलोई ने कहा कि वे 2014 में कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। भाजपा से काफी उम्मीद थी। इसके लिए उन्होंने पिछले करीब 10 साल से कलानौर विधानसभा में काफी मेहनत की और कार्यकर्ताओं को भाजपा के साथ जोड़ा। उन्हें उम्मीद थी कि भाजपा उन्हें पूरा मान-सम्मान देगी। लेकिन भाजपा ने कार्यकर्ताओं की अनदेखी की है।

भाजपा की उम्मीदवार पर फर्नीचर घोटाले के आरोपों के दस्तावेज दिखाते हुए सूरजमल किलोई
भाजपा की उम्मीदवार पर फर्नीचर घोटाले के आरोपों के दस्तावेज दिखाते हुए सूरजमल किलोई

अनदेखी के कारण छोड़ी पार्टी सूरजमल किलोई ने कहा कि भाजपा ने रेनू डाबला को कलानौर से उम्मीदवार बनाकर जीती हुई सीट भी कांग्रेस को दे दी। पार्टी में पुराने कार्यकर्ताओं की अनदेखी हुई। जिसके कारण उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला लिया है। इसके बाद वे कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे। साथ ही भाजपा के टिकट बंटवारे पर भी सवाल उठाए।

मेयर रहने के बाद हारी पार्षद का चुनाव, अब विधानसभा उम्मीदवार बनाया सूरजमल किलोई ने भाजपा उम्मीदवार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब वह 5 साल तक रोहतक की मेयर रही तो उन पर फर्नीचर घोटाले के आरोप लगे थे। लेकिन वे आरोप लगने के बाद भाजपा में शामिल हो गई। वहीं मेयर रहने के बाद वह खुद पार्षद का चुनाव हार गई। जिस वार्ड से चुनाव हारी वह वार्ड भी कलानौर हल्के में आता है। ऐसे में उसे विधानसभा उम्मीदवार बनाना गलत है।

सूरजमल किलोई ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को भेजा इस्तीफा
सूरजमल किलोई ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को भेजा इस्तीफा

पूर्व मंत्री कर्णदेव जल्द कांग्रेस में होंगे शामिल:राकेश कंबोज के टिकट पर संकट, हुड्डा के साथ हुई मीटिंग


भाजपा में पूर्व मंत्री रहे कर्णदेव कंबोज भाजपा पर निशाना साधते हुए। - Dainik Bhaskar
भाजपा में पूर्व मंत्री रहे कर्णदेव कंबोज भाजपा पर निशाना साधते हुए।

हरियाणा में करनाल की इंद्री विधानसभा में बीजेपी के टिकट वितरण से नाराज चल रहे पूर्व राज्यमंत्री एवं पूर्व विधायक कर्णदेव कंबोज जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो रहे है। जिसको लेकर दिल्ली में कंबोज की पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सांसद दीपेंद्र हुड्डा से मुलाकात हो चुकी है। जहां से उनको पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिला है।

हालांकि कंबोज को कांग्रेस से टिकट मिलेगा या नहीं, इसको लेकर न तो भूपेंद्र हुड्डा ने कुछ कहा है और न ही कर्णदेव कंबोज ने। कयास यह भी लगाए जा रहे है कि उनको टिकट इंद्री से भी मिल सकता है और रादौर से भी। अगर कांग्रेस उनको इंद्री सीट से टिकट देती है तो राकेश कंबोज के टिकट पर संकट के बादल छाना लाजमी है।

सीएम नायब सैनी से बिना हाथ मिलाए नाराजगी व्यक्त करते कर्णदेव कंबोज।
सीएम नायब सैनी से बिना हाथ मिलाए नाराजगी व्यक्त करते कर्णदेव कंबोज।

मनोहर लाल चाहते है बीजेपी का सफाया

इंद्री से कर्णदेव कांबोज का टिकट कटा और उन्होंने बगावत कर दी। उनको मनाने के लिए 3 दिन पहले रादौर में सीएम नायब सैनी भी पहुंचे थे। नायब सैनी से भी कंबोज नहीं माने। फिर भाजपा के विधानसभा चुनाव प्रभारी विप्लव देव ने कंबोज को दिल्ली में बुलाया और मीटिंग की, लेकिन बात नहीं बनी। कंबोज का कहना है कि मनोहर लाल हरियाणा से बीजेपी का सफाया करवाना चाहते है, हरियाणा के टिकटों में आज भी उन्हीं की चल रही है। जबकि विप्लव देव और सीएम नायब सैनी सुलझे हुए व्यक्ति है।

कंबोज ने 10 को बुलाई मीटिंग

हुड्डा से मुलाकात के बाद कर्णदेव कंबोज ने 10 सितंबर को अपने कार्यकर्ताओं की बैठक इंद्री में बुलाई है। जिसके बाद स्पष्ट है कि इंद्री विधानसभा में कोई बड़ा खेला होने वाला है। हालांकि कंबोज यह बात जरूर कह रहे है कि उनकी हुड्डा से टिकट को लेकर कोई बात नहीं हुई है।

Haryana BJP:57 साल पुराने कार्यकर्ता हुए बागी:खट्टर और सैनी पर लगाए आरोप, कहा- अब झोला उठाकर चल दिए दोनों सीएम

सीएम नायब सैनी व पूर्व सीएम मनोहर लाल पर अनदेखी का आरोप लगाते भाजपा के वरिष्ठ नेता अशोक सुखीजा। - Dainik Bhaskar
सीएम नायब सैनी व पूर्व सीएम मनोहर लाल पर अनदेखी का आरोप लगाते भाजपा के वरिष्ठ नेता अशोक सुखीजा।

लगातार 10 साल से CM सिटी रही करनाल में इस बार भाजपा की मुश्किले बढ़ती हुई नजर आ रही है। जब से भाजपा हाईकमान ने टिकट की पहली लिस्ट जारी की है, तब से करनाल में टिकट कटने से नाराज नेताओं के स्वर पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं। करनाल विधानसभा में पूर्व मेयर रेणु बाला गुप्ता के बाद अब भाजपा के 57 साल के कार्यकर्ता एवं पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक सुखीजा ने खुले तौर पर पार्टी नेतृत्व और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर सवाल खड़े करते हुए गंभीर आरोप लगाए है।

जिसके चलते उन्होंने आज अपने समर्थकों के साथ बैठक की बुलाई है। इस बैठक में वह आजाद चुनाव लड़ने की घोषणा भी कर सकते है। बता दें कि अशोक सुखीजा भाजपा के वरिष्ठ नेता और एक बड़ा पंजाबी चेहरा है। अगर वह चुनाव लड़ने की घोषणा करते है तो भाजपा के लिए मुश्किलें बढ़ सकती है।

सीएम रहते पूर्व जिला अध्यक्ष का अशोक सुखीजा का हालत जनने पहले मनोहर लाल की फाइल फोटो।
सीएम रहते पूर्व जिला अध्यक्ष का अशोक सुखीजा का हालत जनने पहले मनोहर लाल की फाइल फोटो।

मनोहर लाल और नायब सैनी पर तीखा हमला

सुखीजा ने पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मनोहर लाल को करनाल ने विधायक बनाया और फिर मुख्यमंत्री। लेकिन उन्होंने करनाल के लिए कुछ खास नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी अब वैसी नहीं रही जैसी पहले थी। उन्होंने सीएम नायब सैनी पर नैतिकता की हदें पार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम ने सार्वजनिक तौर पर विरोध करने वालों के घर तो दौरा किया। लेकिन पार्टी से जुड़े कर्मठ कार्यकर्ताओं से मिलने की जहमत तक नहीं उठाई। दोनों CM झोला उठाकर आए थे और अब झोला उठाकर चल दिए है। उन्होंने करनाल की जनता के साथ विश्वासघात किया है।

पूर्व मेयर रेणु बाला गुप्ता को मनाने पहुंचे पूर्व सीएम मनोहर लाल।
पूर्व मेयर रेणु बाला गुप्ता को मनाने पहुंचे पूर्व सीएम मनोहर लाल।

भाजपा में परिवारवाद और वंशवाद का आरोप

अशोक सुखीजा ने भाजपा पर परिवारवाद और वंशवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा पहले परिवारवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ थी। लेकिन अब उसके नेता विपक्ष की तरह इन चीजों का अनुसरण कर रहे हैं। भाजपा ने अन्य पार्टियों की संस्कृति को अपना लिया है। अब कांग्रेस और भाजपा में कोई फर्क नहीं रहा है।

कर्मठ कार्यकर्ताओं की अनदेखी का आरोप

सुखीजा ने पार्टी पर कर्मठ और निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पार्टी अब बाहरी नेताओं को तवज्जो दे रही है। जबकि कर्मठ कार्यकर्ताओं को नजर अंदाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी में इस बार टिकट बंटवारे का विरोध अभूतपूर्व स्तर पर है और यह सिर्फ नेताओं तक सीमित नहीं है, बल्कि आम जनता भी इससे नाराज है।

Haryana BJP:हरियाणा में पूर्व मेयर बगावत पर अड़ीं:CM सैनी के बाद केंद्रीय मंत्री खट्‌टर को बैरंग लौटाया; परसों समर्थकों की मीटिंग बुलाई

मेयर रेणू बाला गुप्ता के घर मीटिंग के लिए निकलते मनोहर लाल। - Dainik Bhaskar
मेयर रेणू बाला गुप्ता के घर मीटिंग के लिए निकलते मनोहर लाल।

हरियाणा के करनाल विधानसभा से टिकट न मिलने से नाराज चल रही पूर्व मेयर रेणु बाला गुप्ता को मनाने के लिए भाजपा पूरे प्रयास कर रही है। कल रात को जहां सीएम नायब सैनी उन्हें मनाने के लिए पहुंचे थे। वही कैबिनेट मंत्री एवं पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर उन्हें मनाने के लिए उनके निवास पर पहुंचे है।

इस दौरान मनोहर लाल ने करीब 45 मिनट तक उन्हें मनाने का प्रयास किया और चुनाव में करनाल विधानसभा से पार्टी के प्रत्याशी जग मोहन आनंद का समर्थन करने को कहा, लेकिन मेयर रेणु बाला गुप्ता ने यह फैसला अपने समर्थकों पर छोड़ दिया है।

उन्होंने 10 सितंबर की रात को कार्यकर्ताओं के साथ बैठक बुलाई है। बैठक में कार्यकर्ता जो भी फैसला लेंगे, वह उनका अंतिम फैसला होगा। अगर कार्यकर्ता कहते हैं कि वे निर्दलीय चुनाव लड़ना चाहते हैं तो वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे, अगर वे कहते हैं कि वे भाजपा प्रत्याशी का समर्थन करना चाहते हैं तो वे उसका समर्थन करेंगे।

रेणु बाला गुप्ता के घर पहुंचे केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर।
रेणु बाला गुप्ता के घर पहुंचे केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर।

टिकट कटने से नाराज है पूर्व मेयर भाजपा की पहली सूची में अपनी टिकट कटने पर रेणु बाला गुप्ता ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि मेरी वर्षों की निष्ठा, विश्वास, प्रतिदिन संघर्ष और समर्पण की हत्या कर दी गई है। यह मेरे साथ विश्वासघात है। करनाल में टिकट का फैसला योग्यता के आधार पर नहीं हुआ। पोस्ट के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई थी। ऐसे में नाराज मेयर ने अपने समर्थकों के साथ बैठक कर आगामी रणनीति तैयार कर बड़ा फैसला लेने का भी ऐलान किया था

मीटिंग में बाद जानकारी देती रेणु बाला गुप्ता।
मीटिंग में बाद जानकारी देती रेणु बाला गुप्ता।

रेणुबाला बोलीं थी- टिकट योग्यता के आधार पर बनती है तो दीजिए पत्रकारों से बातचीत करते हुए रेणुबाला गुप्ता और उनके पति बृज गुप्ता ने कहा कि हम अपने सभी रिश्तेदारों, परिवार और समर्थकों से बात करेंगे कि आगे क्या कदम उठाया जाना चाहिए। 10 तारीख तक हमारी बैठक होगी, उसके बाद जो भी फैसला होगा, सीएम को बता दिया जाएगा। हमने यह बात भी रखी है कि नायब सैनी को करनाल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहिए। अगर ऐसा होता है तो सभी कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर हो जाएगी। हमने अपने लिए कोई टिकट नहीं मांगा है और अगर हमारी टिकट योग्यता के आधार पर बनती है तो दे दीजिए।

मेयर रेणु बाला गुप्ता के घर मीटिंग करने पहुंचे सीएम नायब सैनी।
मेयर रेणु बाला गुप्ता के घर मीटिंग करने पहुंचे सीएम नायब सैनी

Haryana BJP:हरियाणा में निर्दलीय विधायक ने छोड़ा BJP का साथ:उम्मीदवार न बनाने से नाराज; भाजपा कैंडिडेट को गद्दार बता चुनाव लड़ने का ऐलान किया

सभा में मंच पर बैठे नयन पाल रावत। - Dainik Bhaskar
सभा में मंच पर बैठे नयन पाल रावत।

हरियाणा के फरीदाबाद में पृथला विधानसभा क्षेत्र से 2019 में भाजपा को सर्मथन देने वाले निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत ने भाजपा से किनारा कर लिया है। हाल ही में भाजपा ने अपनी 67 प्रत्याशियों की सूची जारी की है, जिसमें भाजपा ने पृथला विधानसभा से पूर्व विधायक टेक चंद शर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है।

नयन पाल को उम्मीद थी की भाजपा पृथला की सीट से उन्हें उम्मीदवार बनाएगी या फिर उनके खिलाफ अपना कोई उम्मीदवार नहीं उतारेगी, लेकिन भाजपा ने अपना प्रत्याशी उतार कर नयन पाल की उम्मीदों को एक बड़ा झटका दिया है।

नयन पाल रावत ने शनिवार को पृथला विधानसभा क्षेत्र के चंदावली इलाके में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, "मैंने 5 साल तक भाजपा सरकार को समर्थन दिया, लेकिन उन्होंने टिकट नहीं दी"। इस दौरान उन्होंने भाजपा उम्मीदवार टेक चंद शर्मा को गद्दार बताते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया।

भाजपा या कांग्रेस को सर्मथन देने के सवाल पर उन्होंने कहा की जिस दल को भी समर्थन चाहिए होगा उसे पृथला आकर पहले नाक रगड़कर माफी मांगनी होगी।

सभा को संबोधित करते हुए नयन पाल रावत।
सभा को संबोधित करते हुए नयन पाल रावत।

कहा- नयनपाल के रहते नहीं खिलेगा फूल रावत ने कहा कि जब सब भाजपा को छोड़-छोड़ कर भाग रहे थे, तब मैं उनके साथ डटा हुआ था, लेकिन भाजपा ने मेरी टिकट काट दी। भले भाजपा ने मेरी टिकट काट दी हो लेकिन मुझे 36 बिरादरी का साथ है। इलाके की जनता आज भी 2019 की तरह ही मेरे साथ खड़ी है। मुझे भरोसा है कि मैं इस बार भी निर्दलीय जीत कर अपने पिछले रिकार्ड को तोड़ूंगा।

2019 की तरह ही इस बार भी वो भाजपा प्रत्याशी की जमानत जब्त करवाएंगे। जब तक नयन पाल पृथला में है तब तक वो यहां कमल का फूल नहीं खिलने देंगे।

Haryana BJP:हरियाणा के पूर्व मंत्री ने BJP छोड़ी:JJP के बागी MLA को टिकट से नाराज; 33 साल से एक्टिव, भाजपा से पिछला चुनाव हारे

पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य। - Dainik Bhaskar
पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य।

हरियाणा में BJP उम्मीदवारों के पहली लिस्ट के 2 दिन बाद भी बवाल थमा नहीं है। अब प्रदेश सरकार में मंत्री रहे बचन सिंह आर्य ने भाजपा छोड़ दी। उन्होंने 4 लाइन का इस्तीफा लिखकर प्राइमरी मेंबरशिप भी छोड़ने का ऐलान किया।

पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य बागी होकर आए JJP विधायक रामकुमार गौतम को सफीदों सीट से टिकट देने से नाराज हो गए थे। इससे पहले उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए पार्टी से बगावत के संकेत दिए। आर्य ने कहा कि भाजपा जींद की सभी 5 विधानसभा सीटें हारेगी।

सोशल मीडिया पर लिखा था.. लगा दो आग पानी में बच्चन सिंह आर्य ने लिखा है, "लगा दो आग पानी में, शरारत हो तो ऐसी हो, मिटा दो हस्ती जुल्मों की' बगावत हो तो ऐसी हो...इस पोस्ट के बाद ही ऐसे कयास लगाए जा रहे थे, कि वह जल्द ही भाजपा को छोड़ने का ऐलान करेंगे।

पूर्व मंत्री का 4 लाइन का इस्तीफा...

1 सितंबर BJP में शामिल हुए गौतम, 4 सितंबर को टिकट मिली नारनौंद निवासी रामकुमार गौतम ब्राह्मण समुदाय से हैं। वह एक सितंबर को जींद में हुई भाजपा की जन आशीर्वाद रैली में ही भाजपा में शामिल हुए थे। रामकुमार गौतम नारनौंद से 2019 में जजपा के टिकट पर विधायक बने थे।

उन्होंने भाजपा के ही कैप्टन अभिमन्यु को हराया था। अब भाजपा ने उनको सफीदों विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतार दिया है। अब देखना होगा कि भाजपा यहां पर बागियों को कैसे संतुष्ट कर पाती है या फिर रामकुमार गौतम को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। सफीदों विधानसभा क्षेत्र में ब्राह्मण समुदाय की लगभग 15 हजार वोट हैं।

33 साल से क्षेत्र में एक्टिव, पिछला चुनाव BJP की टिकट पर लड़े पिछले 33 वर्ष से सफीदों विधानसभा क्षेत्र की चुनावी राजनीति बचन सिंह आर्य के इर्दगिर्द घूमती रही है। वर्ष 1991 में वह पहली बार यहां से कांग्रेस टिकट पर जीते थे। उसके बाद वर्ष 2005 में आजाद उम्मीदवार के रूप में जीत कर भूपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व की तत्कालीन कांग्रेस सरकार को समर्पित रहे। यहां से पिछला विधानसभा चुनाव उन्होंने भाजपा की टिकट पर लड़ा था जिसमें, वह कांग्रेस के सुभाष के मुकाबले कुछ मतों से हार गए थे।

हरियाणा में टिकट कटने पर पूर्व विधायक ने BJP छोड़ी:समर्थकों के साथ दिल्ली रवाना, कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं बलकौर

पूर्व विधायक बलकौर सिंह। - Dainik Bhaskar
पूर्व विधायक बलकौर सिंह।

हरियाणा BJP को टिकट अनाउंस करने के बाद एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। अब तक कई भाजपाई बगावत कर चुके हैं। आज कालांवाली के पूर्व विधायक बलकौर सिंह ने भाजपा को अलविदा कह दिया है। बलकौर सिंह 2019 में भाजपा की टिकट पर कालांवाली (रिर्जव) से विधानसभा चुनाव लड़े थे मगर कांग्रेस के मौजूदा विधायक शीशपाल केहरवाला से हार गए थे।

2014 में बने थे विधायक

बलकौर सिंह 2014 के विधानसभा चुनाव में कालांवाली विधानसभा सीट से इनेलो और अकाली दल के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतरे थे और कांग्रेस के शीशपाल केहरवाला को लगभग 13 हजार वोटों से हराकर इस सीट को शिअद-इनेलो की झोली में डाला था। बलकौर सिंह को 54112 वोट मिले थे और शीशपाल केहरवाला को 41147 वोट मिल थे।

चुनाव लड़ने को लेकर हुआ था विवाद

2014 में जब इनेलो प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला ने बुध सिंह नामक नेता को कालांवाली से उम्मीदवार बनाया तो शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन होने के चलते खासा विवाद पैदा हो गया था। अभय सिंह चौटाला ने किसी तरह बुध सिंह को मना लिया, तब जाकर गठबंधन उम्मीदवार के रूप में बलकौर सिंह को मैदान में उतारा गया। बलकौर सिंह 2014 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के शीशपाल केहरवाला को हराकर पहली बार विधायक बने थे। इनेलो ने इस बार बुध सिंह के बेटे को मास्टर गुरतेज सिंह को उम्मीदवार बनाया है।



24 घंटे से भी कम समय में पार्टी के 32 बड़े चेहरों ने अलविदा कह दिया है। इनमें 1 मंत्री, 1 विधायक, 5 पूर्व विधायक भी शामिल हैं। प्रदेश में रानियां, महम, बाढड़ा, थानेसर, उकलाना, सफीदों, पृथला, रेवाड़ी, इसराना, हिसार, समालखा में बगावत दिखी।

हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने समर्थकों की मीटिंग बुला कर पार्टी से इस्तीफा दिया और निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की। वहीं, देश की चौथी सबसे अमीर महिला एवं BJP सांसद नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल ने भी आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है।

कांग्रेस में गए विधायक
फतेहाबाद की रतिया विधानसभा से भाजपा विधायक लक्ष्मण नापा ने टिकट कटने पर पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने टिकट की घोषणा के बाद आधी रात को ही अपना इस्तीफा पार्टी प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली को भेज दिया। इसके बाद अब वह दिल्ली स्थित पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा के आवास पर पहुंच गए। वहां उन्हें कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान और हुड्‌डा ने पार्टी की सदस्यता दिलाई।

इन पदाधिकारियों ने BJP का साथ छोड़ा
- हिसार के बरवाला में जिला पार्षद महंत दर्शनगिरी ने इस्तीफा दिया निर्दलीय लड़ेंगे
- हिसार से गौतम सरदाना, पूर्व मेयर, भाजपा से इस्तीफा
- पीपीपी के राज्य समन्वयक डॉ सतीश खोला ने बीजेपी छोड़ी।
- हिसार से तरूण जैन ने हिसार से निर्दलीय चुनाव लड़ने का किया ऐलान
- हिसार के उकलाना में पूर्व प्रत्याशी सीमा गैबीपुर ने इस्तीफा दिया
- हिसार के उकलाना में बीजेपी के वरिष्ठ नेता शमशेर गिल
- गुरुग्राम से नवीन गोयल ने दिया बीजेपी से इस्तीफा
- सोनीपत: भाजपा जिला उपाध्यक्ष व पार्षद इंदु वलेचा के पति पूर्व पार्षद संजीव वलेचा ने भी छोड़ी भाजपा
- गुरुग्राम -पंडित GL शर्मा ने बीजेपी छोड़ी, पहुंचे दीपेंद्र हुड्डा निवास
- सोनीपत से बीजेपी युवा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवं विधानसभा चुनाव प्रभारी अमित जैन ने इस्तीफा दे दिया
- पानीपत में पूर्व जिला परिषद चेयरपर्सन आशु सत्यवान शेरा ने जिलाध्यक्ष दुष्यंत भट़्ट को अपना इस्तीफा सौंपा
- रेवाड़ी में सुनील राव ने पार्टी छोड़ दी
- रोहतक में अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष एवं विधानसभा संयोजक फतेह सिंह
- बहु अकबरपुर मंडल अध्यक्ष हरेंद्र मोखरा
- किसान मोर्चा महम मंडल अध्यक्ष विकास सिवाच
- मंडल महामंत्री मुकेश कुमार
- महम मंडल अध्यक्ष एवं पूर्व सरपंच रोहताश
- लाखनमाजरा से भाजपा मंडल अध्यक्ष नवीन उप्पल
- महम मंडल के महामंत्री राकेश कुमार ने इस्तीफा दिया।

रेवाड़ी  PPP स्टेट को-ऑर्डिनेटर डा. सतीश खोला
- रेवाड़ी में प्रशांत उर्फ सन्नी यादव
रेवाड़ी से टिकट के दावेदार PPP स्टेट को-ऑर्डिनेटर डा. सतीश खोला खेड़ा से हरियाणा प्रदेश घुमन्तु प्रकोष्ठ के मीडिया प्रभारी सुरेश ओड ने पार्टी छोड़ी




हिसार में गुरुवार को समर्थकों के आगे निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान करतीं सावित्री जिंदल। - Dainik Bhaskar
हिसार में गुरुवार को समर्थकों के आगे निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान करतीं सावित्री जिंदल।
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने बुधवार देर शाम को 67 कैंडिडेट की लिस्ट जारी की थी। लिस्ट आते ही पार्टी में बगावत शुरू हो गई है। कई पदाधिकारियों ने सोशल मीडिया पर ही इस्तीफा दे दिया। वहीं, गुरुवार सुबह देश की चौथी सबसे अमीर महिला सावित्री ने भी बगावत कर दी है। भाजपा से टिकट न मिलने के बाद उन्होंने हिसार से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
सावित्री जिंदल ने समर्थकों से कहा- मैं भाजपा की प्राथमिक सदस्य नहीं हूं। मैं चुनाव न लड़ने के बारे में बोलने के लिए दिल्ली से वापस आई थी, लेकिन आपका प्यार और विश्वास देखकर मैं चुनाव लड़ूंगी। सावित्री मशहूर उद्योगपति और कुरूक्षेत्र से भाजपा सांसद नवीन जिंदल की मां हैं। हिसार सीट पर उनका मुकाबला भाजपा के मंत्री डॉ. कमल गुप्ता से होगा।
बिजली मंत्री रणजीत चौटाला। - Dainik Bhaskar
बिजली मंत्री रणजीत चौटाला।
रणजीत चौटाला ने कहा कि भाजपा हाईकमान ने मुझे डबवाली से चुनाव लड़ने के लिए कहा था। मगर, मैं वहां से नहीं लड़ना चाहता था। मैं इसी समय पार्टी छोड़ रहा हूं और रानियां विधानसभा से ही 90 प्रतिशत निर्दलीय ही चुनाव लड़ूंगा।

हिसार में टिकट कटने पर जिंदल हाउस पर उमड़े जिंदल समर्थक। - Dainik Bhaskar
हिसार में टिकट कटने पर जिंदल हाउस पर उमड़े जिंदल समर्थक।

हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के लिए भाजपा ने बुधवार को 67 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। सूची जारी होते ही भाजपा हिसार में भगदड़ मच गई है। सबसे ज्यादा हिसार, बरवाला और उकलाना में विरोध हो रहा है।

समर्थकों ने कहा कि सावित्री जिंदल का चुनाव हिसार की जनता खुद लड़ेगी। वहीं जिंदल हाउस में लोग स्व. ओपी जिंदल के पोस्टर लेकर आए हैं। वह सावित्री जिंदल से नामांकन भर निर्दलीय चुनाव में उतरने को कह रहे हैं।

वहीं, टिकट दिए जाने पर गुप्ता समर्थकों में उत्साह है और उनके घर रात से जश्न का माहौल और लड्‌डू बांटे जा रहे हैं। तरूण जैन से लिस्ट जारी करने से पहले ही बागी तेवर दिखाना शुरू कर दिए थे। उनको अंदाजा था कि पार्टी उनको टिकट नहीं देगी इसलिए उन्होंने डॉ. कमल गुप्ता को टिकट देने पर विरोध का फैसला किया था।

गौतम सरदाना ने प्रोफाइल बदली, तरुण जैन में बुलाई बैठक
दूसरी ओर भाजपा उपाध्यक्ष तरूण जैन, पूर्व मेयर गौतम सरदाना ने बगावत कर अपनी प्रोफाइल बदल दी है। तरूण जैन ने आप अपने आवास पर समर्थकों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में माना जा रहा है तरूण जैन भाजपा छोड़ने का ऐलान कर सकते हैं और हिसार से चुनाव लड़ने की बात समर्थकों के बीच कर सकते हैं।

उकलाना में पूर्व भाजपा प्रत्याशी ने पार्टी छोड़ी
उकलाना में भाजपा ने जजपा छोड़कर आए दो बार के पूर्व विधायक अनूप धानक को टिकट दी है। इससे BJP में बगावत हो गई है। उकलाना से चुनाव लड़ चुकी और भाजपा की पदाधिकारी सीमा गैबीपुर ने पार्टी छोड़ दी है। इसके अलावा पार्टी नेता शमशेर गिल ने भी इस्तीफा दे दिया है। यहां पूरी भाजपा ईकाई ही अनूप को टिकट देने से नाराज है।

भाजपा के बागी चेहरे...

बरवाला में भाजपा प्रत्याशी का विरोध, महंत दर्शनगिरी निर्दलीय लड़ेंगे
बरवाला में बाहरी प्रत्याशी रणबीर गंगवा का विरोध बढ़ता जा रहा है। स्थानीय भाजपा नेता डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा का खुलकर विरोध कर रहे हैं। बरवाला में ही जिला पार्षद महंत दर्शनगिरी ने गंगवा की बरवाला से चुनाव लड़ने की खबरों के बीच ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।

दर्शनगिरी अब बरवाला से भाजपा प्रत्याशी रणबीर गंगवा के सामने निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। दर्शनगिरी और रणबीर गंगवा दोनों ही प्रजापति समाज से आते हैं। ऐसे में अगर महंत निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं और स्थानीय भाजपा नेताओं को समर्थन उनको मिलता है तो रणबीर गंगवा को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।


सोनीपत में टिकट कटने पर रो पड़ी कविता जैन:समर्थकों का प्रदर्शन, 8 को लेंगे अगला फैसला


सोनीपत में टिकट कटने से नाराज कविता जैन के आंसू फूट पड़े। राजीव जैन भी दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कार्यकर्ताओं से जुड़े। - Dainik Bhaskar
सोनीपत में टिकट कटने से नाराज कविता जैन के आंसू फूट पड़े। राजीव जैन भी दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कार्यकर्ताओं से जुड़े।

हरियाणा के सोनीपत में भाजपा की टिकट कटने के बाद राजीव जैन और कविता जैन के समर्थक बगावत पर उतर आए हैं। जहां रात को दर्जन भर से ज्यादा पदाधिकारियों ने भाजपा छोड़ी, वहीं सुबह समर्थकों की मीटिंग में टिकट कटने से उदास कविता जैन की आंखों से आंसू निकल आए। राजीव जैन दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। उनके समर्थकों ने प्रदर्शन कर पूर्व सीएम मनोहर लाल के खिलाफ नारेबाजी की और निखिल मदान को टिकट देने का विरोध किया।


कविता जैन-राजीव जैन के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए समर्थक। मनोहर लाल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
कविता जैन-राजीव जैन के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए समर्थक। मनोहर लाल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई

रोहतक में भाजपाईयों की बगावत शुरू:टिकट सही नहीं बांटने का आरोप, कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाई, पार्टी छोड़ने या साथ रहने का लेंगे फैसला


भाजपा नेता शमशेर खरकड़ा - Dainik Bhaskar
भाजपा नेता शमशेर खरकड़ा

रोहतक में भाजपा द्वारा 3 विधानसभाओं में उम्मीदवारों के नामों की घोषणा के बाद से ही भाजपाईयों में बगावत शुरू हो गई है। टिकट मिलने की उम्मीद लगाए बैठे नेताओं ने अपने कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाई हैं। मीटिंग के बाद ही फैसला लिया जाएगा कि वे पार्टी में रहेंगे या फिर पार्टी को छोड़ेंगे।

पूर्व मंत्री कृष्ण मूर्ति हुड्‌डा
पूर्व मंत्री कृष्ण मूर्ति हुड्‌डा

कृष्ण मूर्ति हुड्‌डा ने बुलाई मीटिंग
गढ़ी-सांपला-किलोई विधानसभा से जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजू हुड्‌डा को टिकट मिलने के बाद पूर्व मंत्री कृष्ण मूर्ति हुड्‌डा ने अपने कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाई है। मीटिंग के बाद ही वे फैसला लेंगे। हालांकि वे कुछ दिन पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। वहीं, पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा के खिलाफ मुखर होकर बोलते रहे हैं। इधर, गढ़ी-सांपला किलोई से टिकट के लिए दावेदारी भी ठोकी थी। कृष्ण मूर्ति हुड्‌डा ने कहा कि टिकटों का बंटवारा ठीक नहीं हुआ है।

हरियाणा BJP में लिस्ट आते ही मची भगदड़:बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने मीटिंग बुलाई; रोहतक, सोनीपत-दादरी में नेताओं के इस्तीफे



रणजीत चौटाला रानियां से टिकट दावेदार थे लेकिन भाजपा ने उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया। - Dainik Bhaskar
रणजीत चौटाला रानियां से टिकट दावेदार थे लेकिन भाजपा ने उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया।
भाजपा नेता राजीव जैन और पूर्व मंत्री कविता जैन। - Dainik Bhaskar
भाजपा नेता राजीव जैन और पूर्व मंत्री कविता जैन।

हरियाणा के सोनीपत में भाजपा द्वारा दो महीने पहले कांग्रेस से आए मेयर निखिल मदान को टिकट देने पर भाजपा में बगावत के सुर उठने लगे हैं। भाजपा जिला उपाध्यक्ष संजीव वलेचा ने अपनी पत्नी नगर निगम पार्षद और भाजपा महिला प्रदेश सचिव इंदू वलेचा, मंडल अध्यक्ष मुकेश बतरा और भाजपा पूर्वांचल प्रकोष्ठ प्रदेश सह-संयोजक संजय ठेकेदार सहित दर्जनभर नेताओं-पदाधिकारियों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।

वे पूर्व मंत्री कविता जैन व राजीव जैन की टिकट कटने से नाराज हैं। इस बीच राजीव जैन ने भी गुरुवार सुबह अपने कार्यालय में समर्थकों की बैठक बुला ली है। नाराज भाजपाई यहां प्रदर्शन करेंगे। बता दें कि राजीव जैन पहले ही टिकट पक्की मान कर चुनाव की तैयारियों में जुटे थे। अब निखिल मदान को टिकट देने से उनको धक्का लगा है।

हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए BJP की पहली सूची जारी होने के साथ ही पार्टी में भगदड़ मच गई है। भाजपा ने आज 67 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट के जारी होने के कुछ ही मिनटों में सोशल मीडिया पर एक के बाद एक पार्टी पदाधिकारियों के इस्तीफे गिरने शुरू हो गए।

वहीं रानियां, महम, बाढड़ा, थानेसर, उकलाना, सफीदों, पृथला, रेवाड़ी में बगावत दिखी। रणजीत चौटाला ने समर्थकों की मीटिंग बुला ली है।

टिकट कटने के बाद रतिया के भाजपा विधायक लक्ष्मण नापा ने इस्तीफा दे दिया। वह कांग्रेस पार्टी जॉइन करेंगे। इसकी पुष्टि उन्होंने खुद की।

रोहतक में महम से भाजपा के 2019 में कैंडिडेट रहे शमशेर सिंह खरखड़ा ने इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही सोनीपत के जिला उपाध्यक्ष संजीव वलेचा ने पार्टी भी छोड़ दी है। भाजपा किसान मोर्चा चरखी दादरी के जिलाध्यक्ष विकास उर्फ भल्ले चेयरमैन ने भी पार्टी को भी अलविदा कह दिया है।

इसके अलावा हिसार की उकलाना रिजर्व सीट से JJP के पूर्व विधायक अनूप धानक को टिकट देने से नाराज पार्टी के नेता शमशेर गिल और पूर्व उम्मीदवार सीमा गैबीपुर ने भी पार्टी छोड़ दी है। हिसार में कमल गुप्ता को टिकट मिलने पर पहले ही बगावत की घोषणा करने वाले भाजपा जिला उपाध्यक्ष तरूण जैन भी पार्टी छोड़ने का ऐलान करने वाले हैं। उन्होंने सुबह अपने निवास पर समर्थकों की बैठक बुलाई है।

वहीं, सोनीपत से भाजपा पूर्वांचल प्रकोष्ठ के प्रदेश सह-संयोजक संजय ठेकेदार ने भी भाजपा छोड़ दी है।

संगठन में किए गए काम को नजरअंदाज किया गया
कांबोज ने इस्तीफे में उल्लेख किया कि पिछले पांच सालों में उन्होंने ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष के रूप में पूरे हरियाणा में काम किया और 150 सामाजिक टोलियों का गठन किया। इसके बावजूद पार्टी ने उनकी सेवाओं को नजरअंदाज किया और उन्हें टिकट नहीं दिया। कांबोज ने आरोप लगाया कि पार्टी ने वफादार कार्यकर्ताओं के बजाय उन लोगों को टिकट दिया है जो हाल ही में पार्टी में शामिल हुए हैं।

पूर्व मंत्री कर्णदेव कांबोज - Dainik Bhaskar
पूर्व मंत्री कर्णदेव कांबोज

कृष्ण देव कांबोज के इस्तीफे की कॉपी...

पूर्व राज्यमंत्री कर्णदेव का इस्तीफा।
पूर्व राज्यमंत्री कर्णदेव का इस्तीफा।

रतिया से भाजपा विधायक लक्ष्मण नापा का इस्तीफा...


विधायक लक्ष्मण नापा - Dainik Bhaskar

विधायक लक्ष्मण नापा

हरियाणा ‌BJP विधायक ने टिकट कटते ही पार्टी छोड़ी:आधी रात प्रदेशाध्यक्ष को इस्तीफा देकर दिल्ली रवाना, कांग्रेस जॉइन करेंगे

हरियाणा के फतेहाबाद की रतिया विधानसभा से भाजपा विधायक लक्ष्मण नापा ने टिकट कटने पर पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने टिकट की घोषणा के बाद आधी रात को ही अपना इस्तीफा पार्टी प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली को भेज दिया। इसके बाद वह रात को ही काफिले के साथ दिल्ली रवाना हो गए।

दिल्ली में वे दोपहर बाद करीब 4 बजे कांग्रेस जॉइन करेंगे। भूपेंद्र हुड्‌डा उन्हें पार्टी में शामिल करेंगे।

बीती रात को भाजपा ने 67 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की। जिसमें रतिया से लक्ष्मण नापा की जगह पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल को टिकट दी गई है।



सुखविंद्र श्योराण ने प्रदेश अध्यक्ष के नाम लिखा इस्तीफा...

चरखी दादरी से किसान मोर्चा अध्यक्ष का इस्तीफा
भाजपा में सीनियर लेवल के नेताओं ने भी इस्तीफा देकर पार्टी में खुली बगावत कर दी है। चरखी दादरी के बाढड़ा सीट से विधायक रहे सुखविंद्र श्योराण ने प्रदेश अध्यक्ष किसान मोर्चा के पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा परिवार पहचान पत्र के स्टेट कोऑर्डिनेट सतीश खोला भी बगावत पर उतर आए हैं। उन्होंने कल अपने आवास पर समर्थकों की बैठक बुला ली है।

रणजीत चौटाला ने समर्थकों की बैठक बुलाई
रानियां से देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला की टिकट कटने पर उन्होंने कल सिरसा में अपने निवास स्थान पर समर्थकों की बैठक बुलाई है। रणजीत चौटाला सरकार में बिजली मंत्री हैं और हिसार से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन जीत नहीं सके।

इसके बाद से ही उन्होंने बगावती तेवर दिखाने शुरू कर दिए थे। अब टिकट कटने के बाद वह आगामी रणनीति बनाएंगे। रणजीत चौटाला निर्दलीय ही चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। हालांकि, वह कांग्रेस के भी संपर्क में हैं।

पूर्व विधायक पर निर्दलीय लड़ने का दबाव
इधर, सूत्र बताते हैं कि रतिया से विधायक रहे लक्ष्मण नापा पर आजाद चुनाव लड़ने का दबाव डाला जा रहा है। उनके समर्थक उन्हें अकेला खड़ा करना चाहते हैं। साथ ही चेतावनी दे रहे हैं कि अगर बात नहीं मानी तो साथ छोड़ देंगे। हालांकि, लक्ष्मण नापा आजाद चुनाव लड़ने के मूड में नहीं, लेकिन समर्थकों के दबाव में जल्द इस पर फैसला लेंगे।

इसके अलावा सोनीपत से कविता जैन भी बगावत पर उतर आई हैं। उनके पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि वह BJP उम्मीदवार के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं। कविता जैन पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्‌टर के OSD रह चुके राजीव जैन की पत्नी हैं।

उकलाना से भाजपा नेता सीमा गैबीपुर ने पार्टी छोड़ी...

हिसार भाजपा उपाध्यक्ष तरूण जैन ने बुलाई समर्थकों की बैठक
वहीं, हिसार में भाजपा के मौजूदा विधायक और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता की खुले तौर पर आलोचना करने वाले और दोबारा टिकट न मिलने पर पार्टी छोड़ने की घोषणा करने वाले भाजपा नेता तरूण जैन ने बगावत कर दी है। कल उन्होंने सुबह 10 बजे अपने आवास पर समर्थकों की बैठक बुलाई है।

इस बैठक में वह समर्थकों से राय शुमारी कर पार्टी छोड़ने का ऐलान कर सकते हैं। तरूण जैन खुद को टिकट की दौड़ में बता रहे थे। हालांकि, टिकट के लिस्ट में उनका नाम पहले दिन से ही पैनल में नहीं था। सावित्री जिंदल और मंत्री डॉ. कमल गुप्ता में से एक को ही टिकट दिया जा सकता था। पार्टी ने पुराने नेता डॉ. कमल गुप्ता पर विश्वास जताया।

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