उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शनिवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अंबाला से नारनौल तक बनाए गए नवनिर्मित राष्ट्रीय राजमार्ग-152डी को आमजन के लिए खोल दिया गया है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग प्रदेश में विकास की एक नई इबारत लिखेगा। भारतमाला परियोजना के तहत निर्मित यह राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी छह लेन का ग्रीनफील्ड कॉरिडोर है। यह कुरुक्षेत्र जिले के इस्माईलाबाद (गंगहेड़ी) से नारनौल तक कुल लगभग 227 किलोमीटर लंबा है
आठ जिलों के 112 गांवों से गुजरता है
अंबाला-कोटपुतली कॉरिडोर का भाग होने के कारण यह हरियाणा के 8 जिलों कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, जींद, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी और महेंद्रगढ़ के लगभग 112 विभिन्न गांवों से होकर गुजरता है। यह कोटपुतली के पास पनियाला मोड पर दिल्ली-जयपुर राजमार्ग से मिलता है।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि यह पूरा कॉरिडोर एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम और क्लोज टोलिंग सिस्टम से परिपूर्ण है। इसमें प्रवेश एवं निकासी के लिए कुल 16 विभिन्न स्थानों पर इंटरचेंज का निर्माण किया गया है। हाईवे पर होने वाली हर घटना पर कंट्रोल सेंटर से पूरी निगरानी रखी जाएगी।
छह जगह जन सुविधाएं भी मौजूद
छह जगहों पर विश्वस्तरीय वे-साईड जनसुविधाओं का भी निर्माण किया गया है। यहां लोगों के लिए शौचालय सुविधा, ट्रॉमा सेंटर, पेट्रोल पंप, कियोस्क रेस्तरां, ढाबा, चिल्ड्रेन पार्क, ट्रक एवं ट्रेलर पार्किंग इत्यादि की समुचित व्यवस्था है। परियोजना में 16 स्थानों पर इंटरचेंज, 2 मुख्य टोल प्लाजा एवं 8 आरओबी का प्रावधान किया गया है।
इसके सिविल निर्माण कार्य पर लगभग 6,000 करोड़ रुपये की लागत आई है। धीमी गति वाले वाहन मोटर साइकिल, अन्य दुपहिया, तिपहिया, गैर मोटर चालित वाहन ट्रेलर के साथ या ट्रेलर के बिना ट्रैक्टर इत्यादि इस हाईवे पर वर्जित हैं।
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