हरियाणा: 10 मार्च से 9वीं और 11वीं की परीक्षाएं, 25 मार्च को होंगी खत्म, स्कूल में ही बनाई जाएगी डेटशीट
हरियाणा में पांचवीं से आठवीं कक्षा तक की वार्षिक परीक्षाएं 15 से 27 मार्च तक होंगी। 31 मार्च को परीक्षा परिणाम आएगा और पहली अप्रैल से नया सत्र चलेगा।
हरियाणा में नौवीं और ग्यारहवीं की वार्षिक परीक्षा 10 मार्च से शुरू होकर 25 मार्च तक चलेंगी। स्कूल अपने स्तर पर ही परीक्षाओं की डेटशीट बनाएंगे। परीक्षाएं खत्म होने के तुरंत बाद उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन सीबीएसई पद्धति पर कराया जाएगा। निदेशक माध्यमिक शिक्षा ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, सीबीएसई से संबद्धता प्राप्त मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों के प्रधानाचार्य को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिया है। उन्होंने कहा है कि अपने अधीनस्थ स्कूलों के मुखिया से मार्च में दोनों कक्षाओं की परीक्षाएं सुनिश्चित कराएं।
31 मार्च को परीक्षा परिणाम घोषित कर पहली अप्रैल से नया शैक्षणिक सत्र शुरू कर दें। परीक्षा का आयोग व प्रश्न पत्र स्कूल स्वयं तैयार करेंगे। मूल्यांकन सीबीएस पद्धति पर स्कूलों में ही करवाया जाएगा। परीक्षा को लेकर सारी तैयारियां समय पर कर लें। विद्यार्थियों को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। परीक्षा पूरी तरह से नकल रहित हो। बच्चों को उचित दूरी पर बिठाएं। प्रश्न पत्र बच्चों को पढ़ाए गए पाठ्यक्रम में से ही तैयार करें। कोविड के कारण बच्चों की पढ़ाई काफी बाधित हुई है। बीच-बीच में कक्षाएं स्कूलों में लगी हैं, जबकि अधिकांश समय ऑनलाइन पढ़ाई हुई।
15 मार्च से होंगी पांचवीं से आठवीं की परीक्षाएं
हरियाणा में पांचवीं से आठवीं कक्षा तक की वार्षिक परीक्षाएं 15 से 27 मार्च तक होंगी। 31 मार्च को परीक्षा परिणाम आएगा और पहली अप्रैल से नया सत्र चलेगा। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं परीक्षण परिषद (एससीईआरटी) डेटशीट व प्रश्नपत्र तैयार कर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों के साथ सीडी, सॉफ्ट कॉपी में साझा करेगी।
पहली से चौथी कक्षा की डेटशीट स्कूल खुद बनाएंगे। मौलिक शिक्षा निदेशक ने परीक्षाओं को लेकर सभी डीईओ, खंड शिक्षा अधिकारियों, मिडिल स्कूल मुख्याध्यापकों व मुख्य शिक्षकों को निर्देश जारी कर दिया है। निदेशक ने कहा है कि पहली से आठवीं की परीक्षाएं स्कूल स्तर पर ही होंगी। मूल्यांकन भी स्कूल अपने स्तर पर करेंगे।
पांचवीं से आठवीं का परीक्षा परिणाम सभी स्कूल दस अप्रैल तक अवसर एप पर अपलोड कर दें। उत्तर पुस्तिकाओं की जांच परीक्षाएं पूर्ण होने के तुरंत बाद कराएं। पहली से चौथी कक्षा की परीक्षा सीखने की क्षमता और कक्षावार स्किल पासबुक के कौशलों पर आधारित होगी। विद्यार्थियों का मूल्यांकन कक्षा एवं विषय अध्यापक करेंगे। मूल्यांकन एवं परीक्षा पत्र पढ़ाए गए पाठ्यक्रम से तैयार किया जाएगा। हर विद्यार्थी का मूल्यांकन स्किल पासबुक में दर्ज करना होगा। उसके बाद पांच प्रतिशत स्किल पासबुक की जांच स्कूल मुखिया, एबीआरसी, बीआरपी करेंगे। निर्देशों में खास बात यह है कि 2021-22 शैक्षणिक सत्र में विद्यार्थियों को जिन शिक्षकों ने पढ़ाया है, 2022-23 सत्र में भी वही पढ़ाएंगे।
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