राकेश टिकैत ने आत्महत्या करने की धमकी दी है, गाजीपुर बॉर्डर से किसानों को हटाने की तैयारी तेज हो गई है. गाजीपुर बॉर्डर पर धारा 144, 133 लगाई गई है, NH-24, NH-9 पर आवाजाही रोकी गई. आपको इस रिपोर्ट में पल-पल के अपडेट से रूबरू करवाते हैं
मुजफ्फरनगर के सिसौली गांव में हुई महापंचायत में भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि 'कल मुजफ्फरनगर के जीआईसी कॉलेज में किसानों की महापंचायत होगी, आगे का फैसला वहीं पर लिया जाएगा. गर्दन पर तलवार रख कर गिरफ्तारी नहीं होगी, पहले जांच होगी फिर गिरफ्तारी होगी. हालात सुधरे या बिगड़े जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.'
गाजीपुर बॉर्डर पर फिर हलचल बढ़ी. गाजीपुर बॉर्डर पर डॉक्टर बुलाए गए. राकेश टिकैत का मेडिकल चेकअप हुआ.
BKU के मुख्यालय सिसौली (मुजफ्फरनगर) पर पंचायत खत्म हो गई है. कल GIC ग्राउंड मुजफ्फरनगर में फिर महापंचायत होगी. इसमें फाइनल फैसला होगा. गाजीपुर बॉर्डर पर आज हुए पुलिस की कार्रवाई को लेकर किसानों में आक्रोश है.
सूत्रों के हवाले से खबर है कि आज रात ही मुजफ्फरनगर सिसोली से गाजीपुर के लिए किसान निकल सकते हैं.
इस वक्त बड़ी खबर आ रही है कि सीएम योगी ने हाईलेवल मीटिंग बुलाई है. सीएम आवास पर अधिकारियों के साथ मंथन चल रही है. सीएम योगी ने यूपी से धरना-प्रदर्शन खत्म करने का निर्देश दिया. दिल्ली हिंसा के आरोपियों को यूपी में ना आने देने का भी निर्देश दिया.
राकेश टिकैत के रोने के बाद माहौल बदल गया है, मुजफ्फरनगर के गांव सिसौली में राकेश और नरेश टिकैत के घर बाहर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा है, जो किसान चले गए हैं वो वापस आने की बात कर रहे हैं.
कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी का सियासी ड्रामा शुरू हो गया. राहुल बाबा ने कहा कि 'एक साइड चुनने का समय है. मेरा फैसला साफ है, मैं लोकतंत्र के साथ हूं, मैं किसानों और उनके शांतिपूर्ण आंदोलन के साथ हूं.'
RLD नेता अजित सिंह ने राकेश टिकैत से बात की है और कहा कि आप चिंता मत करिए, सब आपके साथ हैं.
एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि अगर दिल्ली पुलिस 26 जनवरी को हुई हिंसा के संबंध में हमारी मदद मांगती है तो हम उनकी मदद करेंगे. हम ऐसे किसी भी तत्व को अनुमति नहीं देंगे, जिसने राष्ट्रीय पर्व के दौरान हमारे राज्य में ऐसा किया हो. यूपी पुलिस किसी भी उपद्रवी तत्व को आश्रय यूपी में आश्रय नहीं लेने देंगे.
भारतीय किसान यूनियन के मुख्यालय सिसौली (मुजफ्फरनगर) पर किसानों की बुलाई गई पंचायत जहा किसान इकट्ठा हो रहे हैं. रात को या कल सुबह गाजीपुर बॉर्डर के लिए कूच कर सकते हैं.
बीकेयू अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि हमारे एक भी नेता की गिरफ्तारी हुई तो यहां के सांसद और विधायक याद रखें कि अपना इस्तीफा तैयार कर लेना. उन्होंने कहा कि 'इनपर तो 302 की धारा लगानी चाहिए. ये हमें बहका के फुसला के सत्ता तक पहुंच गए. अब इनको लगा कि हमारी जरूरत नहीं है, लेकिन अभी जरूरत पड़ेगी इनको हमारी.'
राकेश टिकैत ने जिस शख्स को थप्पड़ मारा, उसे पुलिस ने हिरासत में लिया.
ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार का बयान- दिल्ली हिंसा के आरोपियों को उत्तर प्रदेश में शरण नहीं लेने दिया जाएगा.
गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत का एक और ड्रामा सामने आ गया है. मंच पर एक युवक को थप्पड़ मारा. टिकैट ने आरोप लगाया कि इस युवक के हाथ में डंडा था, जो मीडिया के खिलाफ कुछ करने वाला था. ये निश्चित तौर पर राकेश टिकैत की बौखलाहट है.
भारतीय किसान यूनियन (लोक शक्ति) और बीकेयू (एकता) के सदस्यों ने आज केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की. बीकेयू (लोक शक्ति) के एसएस भाटी ने कहा कि "लाल किले की घटना से हम भी आहत हैं. सरकार ने हमें आश्वासन दिया है कि वे किसानों के साथ बातचीत के दौरान प्रतिबद्ध रहेंगे."
गाजीपुर बॉर्डर पर भी वज्र वाहन और वॉटर कैनन को भी तैनात किया गया है. यहां बड़ी संख्या में बसें भी तैनात की गईं.
सिंघु बॉर्डर पर भी भारी फोर्स बुलाई गई. वज्र वाहन और बसों को तैनात किया गया. वॉटर कैनन भी सिंघु बॉर्डर पर लाया गया. किसी भी वक्त पुलिस कार्रवाई कर सकती है. पुलिस सिंघु बॉर्डर को भी खोलने की तैयारी में है.
राकेश टिकैत ने धमकी देते हुए कहा है कि 'सर्वोच्च न्यायालय ने धरने हटाने की याचिका पर फैसला नहीं दिया. जिला प्रशासन सर्वोच्च न्यायालय से बड़ा नहीं हो सकता. इसके खिलाफ कल सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर करूंगा.'
राकेश टिकैत ने कहा है कि उत्तर प्रदेश पुलिस धरने पर गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है. सर्वोच्च न्यायालय भी शांतिपूर्ण तरीके से धरने को जायज ठहराया है. उत्तर प्रदेश गाजीपुर बॉर्डर पर कोई हिंसा नहीं हुई है. इसके बावजूद सरकार दमनकारी नीति अपना रही है. यह उत्तर प्रदेश सरकार का चेहरा है.
धरना खत्म करने को लेकर BKU दो फाड़ होता दिख रहा है. नरेश टिकैत धरना खत्म करने के पक्ष में हैं, तो वहीं उनके छोटे भाई राकेश टिकैत धरना जारी करने की जिद पर अड़े हुए हैं. BKU अध्यक्ष नरेश टिकैत धरना खत्म करना चाहते हैं और BKU प्रवक्ता राकेश टिकैत धरना जारी रखना चाहते हैं.
सिसौली में महापंचायत के दौरान नरेश टिकैत ने नेता कार्यकर्ताओं को धरना खत्म कर वापस लौटने को बोला. उन्होंने कहा कि किसानों की पिटाई से अच्छा है कि किसान धरना खत्म कर दे.
गाजीपुर बॉर्डर पर धारा 144 लागू कर दिया गया है, दिल्ली पुलिस ने नोटिस लगा दिया है. जिसमें कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.
बॉर्डर खाली करने पर गाजियाबाद के डीएम का बयान सामने आया है. डीएम ने कहा कि किसानों को नोटिस दे दी गई है. किसानों ने विचार करने की बात कही है.
मीडिया से बात करते हुए राकेश टिकैत रो पड़े. उन्होंने कहा कि पानी गांव से आएगा तभी पीऊंगा. प्रशासन ने सारी सुविधाएं हटा दीं. गांव से लोग आएंगे, आंदोलन जारी रहेगा.
गाजीपुर बॉर्डर से राकेश टिकैत का बड़ा बयान, कहा- गोली चलानी है तो चला दे पुलिस. यहां से मैं कहीं नहीं जाऊंगा. यहीं फांसी लगाकर मर जाऊंगा. कुछ हुआ तो पुलिस इसकी जिम्मेदार होगी.
गाजीपुर बॉर्डर पर किसी भी वक्त बड़ा एक्शन संभव है. किसानों के मंच आसपास भारी सुरक्षाबल तैनात किया गया है. डीएम और एसपी मौके पर मौजूद हैं. किसानों को धरना स्थल खाली करने का आदेश दिया गया है.
राकेश टिकैत ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि बीजेपी के लोग हमारे बीच आयेंगे तो यहीं बंधक बना लेंगे.
राकेश टिकैत ने कहा कि 'बीजेपी के लोग किसानों को मरवाने का काम कर रहे हैं. गोली खा लूंगा, लेकिन धरना स्थल खाली नहीं करेंगे. जिसकी ताकत है लगा लो. प्रशासन के लोग गुंडागर्दी कर रहे हैं. इसके बाद ADM को धक्का मार कर धरना स्थल से भगाया. बीजेपी के विधायक अपने लोगों के साथ किसानों को पीटने का प्लान बनाया.'
नरेश टिकैत ने कहा है कि "मायूस न हो, आज गाजीपुर का भी धरना हट जाएगा. वहां तो काम हो गया, पुलिस के डंडे खाने से अच्छा है कि गाजीपुर से उठाकर सिंघू बॉर्डर पर जाएंगे." मुजफ्फरनगर BKU के मुखिया नरेश टिकैत ने गाजीपुर धरना खत्म करने का ऐलान किया है.
BKU अध्यक्ष नरेश टिकैत का बड़ा बयान सामने आया है. नरेश टिकैत ने कहा है कि आंदोलन खत्म करना चाहिए, हम किसी सरकार के खिलाफ नहीं हैं. पुलिस ने बिजली काट दी, पानी बंद कर दिया. प्रशासन से हारकर धरना खत्म करना पड़ेगा.
दिल्ली 26 जनवरी को हुई हिंसा के मामले में 33 FIR दर्ज हुई. जिनमें से 9 केस क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिए गए है. समय पुर बदली, कोतवाली, IP, नांगलोई, बाबा हरिदास नगर, नजफगढ़ इन सब थानों में दर्ज हुए मामलों की जांच क्राइम ब्रांच करेगी. 44 लोगों के खिलाफ LOC जारी कर दी गई है.
गाजियाबाद प्रशासन के ADM और SSP ज्ञानेन्द्र सिंह स्टेज पर पहुंच गए हैं, किसान नेताओं से आंदोलन खत्म करने की अपील की. किसान नेताओं ने आंदोलन खत्म करने के इंकार किया.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि 'उत्तर प्रदेश पुलिस धरने पर गिरफ्तारी का प्रयास कर रहा है. सर्वोच्च न्यायालय भी शांतिपूर्ण तरीके से धरने को जायज ठहराया है. उत्तर प्रदेश गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) पर कोई हिंसा नही हुई है. इसके बावजूद सरकार दमनकारी नीति अपना रही है. यह उत्तर प्रदेश सरकार का चेहरा है.'
सूत्रों के हवाले से जानकारी सामने आई है कि किसान नेता राकेश टिकैत किसी भी वक्त सरेंडर कर सकते हैं. पुलिस ने लुकआउट नोटिस जारी किया है. राकेश टिकैत ने कहा है कि पुलिस आएगी तो बात करेंगे.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस एन श्रीवास्तव ने दिल्ली पुलिस के जवानों को 26 जनवरी के दिन हुए आंदोलन में कुशलता, संयम का परिचय देने के लिए सन्देश जारी किया.
गाजियाबाद गाजीपुर बॉर्डर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) पर किसानों का जो धरना प्रदर्शन चल रहा है, वहां प्रशासन ने पानी की सप्लाई को बिजली की सप्लाई बंद कर दिया है. प्रशासन लगातार फ्लैग मार्च कर रहा है.
गाजीपुर बॉर्डर पर कुछ ही देर में बड़ी कार्रवाई हो सकती है. फोर्सेज बढ़ा दी गई है, कुछ देर में किसानों को माइक से बॉर्डर खाली करने के लिए बोला जाएगा. राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को गिरफ्तार करना है तो कर ले, लेकिन पुलिस के माध्यम से डराने की जरूरत नहीं है.
सिंघु बॉर्डर पर क्रेन मंगाई गई है, जहां क्रेन से हटाए बैरिकेड जा रहे हैं. सिंघु बॉर्डर पर टेंट भी उखाड़े जा रहे हैं.
BKU (Mann) गुनी प्रसाद ठाकुर (Guni Prasad Thakur) ने गुरनाम सिंह चढूनी, राकेश टिकैत, दर्शनपाल और योगेंद्र यादव पर देशद्रोह का आरोप लगाकर जेल में बंद करने की अपील सरकार से की.
सिंघु बॉर्डर पर सैकड़ों लोग पहुँचे पुलिस ने सबसे बाहरी बैरिकेट पर रोका.
UP सरकार ने सभी जिलाधिकारी व पुलिस कप्तानों को सख्त निर्देश दिए हैं. धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों को जिले के बॉर्डर से हटाया जाए. गृह विभाग की तरफ से सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.
सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर सामने आई है कि 26 जनवरी की घटना के बाद बड़ा फैसला लिया गया है. यूपी सरकार बॉर्डर पर चल रहे धरने को खत्म कराएगी. सरकार एनसीआर समेत अलग-अलग जिलों में चल रहे किसानों के धरने को समाप्त कराएगी. साथ ही ये भी बात सामने आ रही है कि ना मानने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी होगी.
26 जनवरी को दिल्ली में हिंसा मामले की 9 FIR थाने से क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर की गई है, हिंसा की जांच क्राइम ब्रांच के साथ स्पेशल सेल भी कर रही है.
सिंघु बॉर्डर के आस पास 40 गांवों की महापंचायतों ने आंदोलनकारियों को अल्टीमेटम दे दिया है. 24 घंटे में सिंघु बॉर्डर खाली करो, वरना कार्रवाई होगी.
गाजीपुर बॉर्डर का नजारा, कल रात बैरिकेडिंग हटाने के बाद आज किसानों के तम्बू उखड़ने शुरू हो गए हैं. भारी संख्या में उत्तर प्रदेश पुलिस और पीएसी फोर्स तैनात हैं. दिल्ली पुलिस के निर्देश का इंतजार है. ड्रोन कैमरों से भी निगरानी जारी है.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव का बयान, कहा- आने वाले कुछ दिन हमारे लिए काफी चुनौतीपूर्ण होने वाले हैं. इसलिए हमें सचेत रहने की आवश्यकता है. आपने सूझ बूझ का परिचय दिय है, बाजूद इसके कि हमारे पास बल का विकल्प था.
गाजीपुर बॉर्डर से किसानों को हटाने की तैयारी तेज हो गई है. गाजीपुर बॉर्डर पर मौजूद सुरक्षाबालों ने एसपी गाजियाबाद देहात इरज राजा के नेतृत्व में फ्लैग मार्च निकाला. फ्लैग मार्च में रैपिड एक्शन फोर्स और गाजियाबाद पुलिस के जवान मौजूद थे, महिला पुलिस भी मौजूद थी.
आंदोलनकारी किसानों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर स्थानीय लोग सामने आए. सड़क जाम लगाने के विरोध में प्रदर्शन किया. स्थानीय लोगों ने कहा कि गणतंत्र का अपमान हिन्दुस्तान नहीं सहेगा. पुलिसबलों की तैनाती बढ़ाई गई.
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