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Showing posts from October, 2024

Haryana Chunav Exit Polls: CM बदला, MLAs के टिकट काटे, परिवारवाद बढ़ाया...BJP क्यों है हैट्रिक से दूर?

  चंडीगढ़.  हरियाणा विधानसभा चुनाव में वोटिंग खत्म होने के बाद आए एग्जिट पोल के भाजपा के पक्ष में नहीं है और ऐसे में पार्टी को बड़ा झटका लगा है. अहम बात है कि पार्टी अब भी 8 अक्तूबर को नतीजों का इंतजार कर रही है. एग्जिट पोल में कांग्रेस को प्रचंड बहुमत मिल रहा है. दरअसल, एग्जिट पोल के नतीजों ने भाजपा के हैट्रिक बनाने के मंसूबों पर पानी फेर दिया है. भाजपा ने विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार जीत हासिल करने के लिए क्या नहीं किया. पार्टी का चहेरा तक बदल दिया. मनोहर लाल खट्टर को विधानसभा चुनाव से ठीक छह माह पहले हटा दिया और नायब सैनी को सीएम बनाया. संगठन में बदलाव किया मोहन लाल बड़ौली को प्रदेशाध्यक्ष की कमान दी. लेकिन कुछ भी काम नहीं आया भाजपा ने क्या क्या बदलाव किए हरियाणा में जीत के लिए भाजपा ने सरकार से लेकर संगठन तक में बदलाव किए, सबसे अहम बदलाव चुनाव की घोषणा के बाद किए. लेकिन कुछ काम नहीं आया. अपने एक तिहाई विधायकों के टिकट भाजपा ने काट किया. चार मंत्रियों को भी दोबारा चुनाव लड़वाने से इंकार कर दिया. बड़ी बात कि परिवारवाद पर कांग्रेस को घेरने वाली भाजपा ने पार्टी के नेताओ...

Haryana Chunav: राहुल गांधी की चाणक्य वाली चाल, एक साथ कुमारी सैलजा-भूपिंदर सिंह हुड्डा दोनों के पर कतरे!

  Haryana Chunav: लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व नई ऊर्जा में है. केंद्रीय स्तर पर राहुल गांधी की लोकप्रियता और पार्टी के भीतर उनकी स्वीकारोक्ति दोनों बढ़ी है. यही कारण है कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व अब अपने प्रदेश नेतृत्व से पहले की तुलना में अपेक्षाकृत ज्यादा मजबूती से निपट रहा है. इसकी सबसे ताजा झलक गुरुवार को हरियाणा में देखने को मिली, जब पूर्व सांसद और भाजपा नेता अशोक तंवर ने राहुल गांधी की मौजूदगी कांग्रेस में वापसी कर ली. यह कोई आम घटना नहीं है. हरियाणा में इस वक्त कांग्रेस सीधे तौर पर दो खेमों में बंटी हैं. इसमें पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा का खेमा भारी पड़ रहा है. दूसरी तरफ ‘उचित’ तव्वजो नहीं मिलने की वजह से सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा नाराज चल रही हैं. केंद्रीय नेतृत्व की कोशिश के बावजूद हुड्डा और सैलजा दोनों के बीच कोई पैचअप नहीं हो पाया. प्रभावी दलित नेता ऐसे में राज्य में मतदान से ठीक पहले राहुल गांधी की टीम ने बड़ा खेल कर दिया है. अशोक तंवर वही नेता हैं जिन्होंने 2019 में विधानसभा चुनाव से चंद महीने पहले प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाए ज...

हर‍ियाणा चुनाव ...तो क्‍या बगावत कर देंगे राव इंद्रजीत सिंह, नतीजों के बाद भी खत्‍म नहीं होगी बीजेपी की चुनौती!

  Haryana Election: हरियाणा भाजपा के कद्दावर नेता राव इंद्रजीत सिंह की सीएम बनने की ख्वाहिश किसी से छिपी नहीं है. ऐसे में सवाल यह है कि वह सीएम बनने के लिए चुनाव बाद भाजपा पर दबाव बनाने में कामयाब हो पाएंगे. राव इंद्रजीत सिंह. बीजेपी नेता. केंद्र में मंत्री. पर, ख्‍वाहिश मुख्‍यमंत्री बनने की. ख्‍वाहिश ऐसी भी नहीं कि दिल में छुपा के रखें. खुलेआम जताते रहे हैं. पार्टी हाईकमान की लाइन से अलग जाकर भी. पर, हाईकमान का फरमान ऐसा कि अरमानों पर पानी फिरता ही नजर आ रहा है. हाईकमान ने नायब सिंह सैनी को ही भावी सीएम घोषित कर रखा है. तो क्‍या राव इंद्रजीत सिंह बगावत भी कर सकते हैं? अभी पक्‍का तो नहीं कहा जा सकता, पर वह बीच-बीच में तेवर तो दिखाते ही रहते हैं. जब भाजपा ने टिकट बांटना शुरू भी नहीं किया था, तभी से उनकी बेटी अनीता राव अटेली से चुनाव लड़ने को तैयार थीं. पार्टी टिकट दे या न दे, उन्‍होंने ऐलान कर दिया था. मंत्री पिता बेटी के साथ थे. वह बार-बार यह भी कहते रहे हैं कि जनता उन्‍हें मुख्‍यमंत्री बनते देखना चाहती है. उन्‍होंने पार्टी से मौका नहीं मिलने को लेकर यहां तक कह दिया था कि 12 साल मे...

Vyas Media Network

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