Skip to main content

Lok Sabha Election 2024: देवीलाल के वारिसों का भविष्य तय करेंगे नतीजे, INLD पर चुनाव चिह्न छिनने का बढ़ा खतरा

 


चंडीगढ़।  हरियाणा में लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Election 2024) के नतीजे पूर्व उपप्रधानमंत्री स्वर्गीय ताऊ देवीलाल (Tau Devi Lal) के वारिसों का राजनीतिक भविष्य तय करेंगे। पिछले लोकसभा चुनाव में 1.89 प्रतिशत और विधानसभा चुनाव में 2.44 प्रतिशत वोट पर सिमटे इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) का प्रदर्शन इस बार नहीं सुधरा तो क्षेत्रीय दल की मान्यता पर खतरा बढ़ जाएगा।

इसी तरह इनेलो से अलग हुई जननायक जनता पार्टी (जजपा) के लिए भी परीक्षा की घड़ी है। दस में से पांच विधायक बागी हो चुके हैं तो संगठन भी बिखर चुका है। इसका पूरा असर लोकसभा के चुनावी नतीजों पर दिखाई देगा।

पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय चौधरी बंसीलाल द्वारा बनाई हरियाणा विकास पार्टी (हविपा) और पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय भजन लाल की हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) आज खत्म हो चुकी हैं।

पूर्व उप प्रधानमंत्री ताऊ देवीलाल ने 1987 में इनेलो बनाया था, जिसकी कमान उनके बेटे व पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला तथा प्रपौत्र अभय सिंह चौटाला के हाथ में है।

जजपा-इनेलो का अस्तित्व बचाए रखने के लिए जद्दोजहद

वर्तमान में हरियाणा में इनेलो और जजपा ही दो क्षेत्रीय दल हैं, जो अब अस्तित्व बचाए रखने के लिए जूझ रहे हैं। 2014 के लोस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लहर के बावजूद हिसार और सिरसा में शानदार जीत दर्ज करने वाला इनेलो पिछले संसदीय चुनावों में अधिकतर सीटों पर जमानत भी नहीं बचा पाया था।

विधानसभा चुनाव में भी अभय चौटाला ही जीत सके। ऐसे में चार जून को घोषित होने वाले लोकसभा चुनाव के नतीजे इनेलो के लिए निर्णायक साबित होने वाले हैं।

ऐसे छिन जाता है क्षेत्रीय दल का दर्जा

दरअसल किसी भी राजनीतिक दल को लगातार दो चुनाव (लोकसभा व विधानसभा) में निर्धारित वोट नहीं मिलते हैं तो उसका क्षेत्रीय दल का दर्जा छिन जाता है। लोकसभा चुनाव में छह प्रतिशत वोट और एक सीट या विधानसभा में छह प्रतिशत वोट और दो सीटें होनी चाहिए।

अगर लगातार दो चुनाव (दो लोकसभा और दो विधानसभा चुनाव) में यह सब नहीं होता है तो पार्टी का चुनाव चिन्ह भी छिन सकता है।

कांटे के मुकाबले में फंसे रणजीत, अभय, नैना और सुनैना हिसार लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी और ताऊ देवीलाल के पुत्र रणजीत सिंह चौटाला और कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश जेपी में सीधी टक्कर है 

सुनैना चौटाला की जीत की संभावना बहुत कम

यहां पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की मां और जजपा सुप्रीमो डॉ. अजय चौटाला की विधायक पत्नी नैना चौटाला और इनेलो की उम्मीदवार सुनैना चौटाला की जीत की संभावनाएं बेहद कम हैं।

इसी तरह कुरुक्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी नवीन जिंदल और आइएनडीआइए गठबंधन के डा. सुशील गुप्ता के बीच सीधी टक्कर को इनेलो प्रत्याशी अभय चौटाला ने त्रिकोणीय बनाने की कोशिश तो की है, लेकिन इसमें कितने सफल रहे, यह चुनाव नतीजे ही बताएंगे।

Comments

Vyas Media Network

Vyas Media Network

Popular posts from this blog

हरियाणा में 15 हजार पदों पर सरकारी नौकरी निकली:ग्रुप-C के पद भरे जाएंगे, 5 बोनस नंबर के बिना भर्ती होंगे; क्लर्क की सबसे ज्यादा वैकेंसी

  हरियाणा में सरकारी भर्तियों में सामाजिक-आर्थिक आरक्षण के आधार पर दिए जाने वाले 5 नंबर के बोनस के बिना ही भर्तियां शुरू कर दी गई है। हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) ने ग्रुप-C के15755 पद के लिए दोबारा विज्ञापन निकाला दिया है। आयोग ने इन पदों के लिए आवेदन के लिए 8 जुलाई लास्ट डेट तय की है। इन पदों में ग्रुप-C के लगभग 2 हजार नए पद शामिल किए गए हैं। पद ग्रुप संख्या 1, 2, 56 और 57 में आते हैं। जिन पदों के लिए अब आवेदन मांगे गए हैं, उनके लिए लिखित परीक्षा जुलाई में पूरी करने की तैयारी आयोग कर रहा है। आयोग ग्रुप-C के बचे पदों, नए पदों और ग्रुप-D के बचे पदों और नए आने वाले पदों पर सामाजिक-आर्थिक मानदंड के अंकों के बगैर भर्ती शुरू की है। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने इन अंकों को असंवैधानिक करार दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने भी हाईकोर्ट के फैसले में कोई त्रुटि नहीं बताई है, इसलिए आयोग को हाईकोर्ट के फैसले अनुसार भर्ती प्रक्रिया शुरू करनी पड़ी। पहले भी जारी हुआ था विज्ञापन इन पदों के लिए 2018 और 2019 में भी विज्ञापन जारी हुआ था, जब प्रक्रिया चल रही थी तब सरकार ने सीईटी के जरिए ग्रुप-C-D पदो...

Haryana BJP:भाजपा उम्मीदवार व राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार के खिलाफ बगावत शुरू हो गई,शेरा का निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान; बोले- मनोहर लाल-संजय भाटिया ने संगठन का नाश मारा

  हरियाणा के पानीपत की इसराना विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार व राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार के खिलाफ बगावत शुरू हो गई है। यहां से स्थानीय भाजपा नेता सत्यवान शेरा ने निर्दलीय लड़ने का ऐलान कर दिया है। टिकट ना मिलने से नाराज सत्यवान ने अपनी पत्नी के साथ तीन दिन पहले ही पार्टी से इस्तीफा दिया था। इसके बाद आज सोमवार को उन्होंने प्रेस कान्फ्रेंस कर भाजपा के कई बड़े नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है। सत्यवान ने कहा, "हम संगठन के लिए कई वर्षों से काम कर रहे हैं। लेकिन, यहां से पार्टी ने राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार को टिकट देकर बाकी कार्यकर्ताओं की अनदेखी की है। अब चुनावों में पंवार को वोटों की चोट झेलनी होगी"। बता दें कि कांग्रेस ने यहां से अपने मौजूदा विधायक बलबीर सिंह वाल्मीकि को मैदान में उतारा है। मनोहर और संजय खुद से बड़ा किसी को नहीं समझते: शेरा सत्यवान शेरा ने कहा, "प्रदेश के संगठन का दो लोगों ने नाश मार दिया है। ये नेता मनोहर लाल और संजय भाटिया हैं। दोनों ही पार्टी में खुद से बड़ा किसी को नहीं समझते। दोनों अपनी मनमर्जी चलाते हैं। अगर प...

हरियाणा में 11 जिलों के DC पर एक्शन की तैयारी:CM सैनी की ट्रांसफर लिस्ट में 2 कमिश्नर भी; पुलिस रेंज के ADGP-IG बदले जाएंगे

  हरियाणा लोकसभा चुनाव परिणाम जारी होने के बाद सूबे की अफसरशाही में बड़े बदलाव की तैयारी है। मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) में अफसरों की लिस्ट तैयार हो रही है। लिस्ट तैयार होने के बाद CM नायब सैनी के साथ चर्चा होगी। इसके बाद ट्रांसफर लिस्ट जारी कर दी जाएगी। CMO के सूत्रों का कहना है कि इस ट्रांसफर लिस्ट में 11 जिलों के DC और 2 कमिश्नरों के नाम हैं। इसके अलावा कुछ विभागों के अध्यक्षों के भी ट्रांसफर किए जाने के आसार हैं। इसके अलावा पुलिस रेंज में तैनात ADGP - IG भी बदले जाएंगे। चर्चा है कि मुख्यमंत्री अपने कार्यालय में भी एक-दो नए अफसर तैनात कर सकते हैं। इसलिए बदलाव के मूड में CM हरियाणा में ब्यूरोक्रेसी को लेकर बदलाव की वजह लोकसभा चुनाव बताए जा रहे हैं। सरकार को इनपुट मिला है कि चुनाव में ब्यूरोक्रेसी के कुछ अफसरों ने सरकार के खिलाफ काम किया है। चर्चा है कि अफसरशाही भी लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद अपने व्यवहार में बदलाव कर सकती है। ये अफसर दिल्ली जाने के इच्छुक मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर फिलहाल केंद्र जाने वाले हैं। तब तक वह इसी पद पर बने रह सकते हैं। हरियाणा कैडर के 2000 बैच ...