फाइल फोटो
हरियाणा सरकार वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों की पूरी तैयारी में जुट गई है। डीसी-एसपी को रोजाना दो घंटे तक लोगों की समस्याएं सुनने के आदेश देने के बाद अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शहरी स्थानीय निकाय संस्थाओं के जनप्रतिनिधियों को भी फील्ड में उतारना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री ने सभी नगर निगमों के मेयरों को भी जनता दरबार लगाने का निर्देश दिया है। जनता दरबारों में जिला नगर आयुक्तों को भी मौजूद रहना होगा।
मुख्यमंत्री ने यह निर्देश बुधवार को यहां निगम निगमों के मेयरों और जिला नगर आयुक्तों के साथ हुई बैठक में दिया। दो चरणों में हुई बैठक में पहले नगर निगमों के मेयर और नगर परिषदों के चेयरमैन के साथ बैठक की। एक-एक करके मुख्यमंत्री ने सभी से फीडबैक लिया और जनता को आ रही परेशानियों के बारे में जाना।
अधिकतर मेयर और चेयरमैन ने प्रापर्टी आईडी में खामियां और गलत प्रापर्टी टैक्स का मुद्दा उठाया। मनोहर लाल ने कहा कि जनता हमारे लिए सब कुछ है, इसलिए मेयर जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याओं व शिकायतों को सुनें और जनता दरबार में जिला नगर आयुक्त भी मौजूद रहें। उन्होंने जिला नगर आयुक्तों को निर्देश दिया कि राज्य सरकार ने निकायों को स्वायता प्रदान करते हुए सिस्टम बनाया है कि सभी कार्यों के लिए फाइलें मुख्यालय स्तर तक न आएं, बल्कि निकाय स्तर पर ही सारे कार्य हो जाएं लेकिन जिला नगर आयुक्त के स्तर पर भी फाइलें देरी से निकलती हैं, इसलिए सभी अधिकारी फाइलों को त्वरित निष्पादन करें। बैठक में शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अरुण गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर, मुख्यमंत्री के ओएसडी जवाहर यादव उपस्थित रहे।
सीएम के दो अप्रैल से भिवानी से शुरू होंगे फील्ड में दौरे
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह खुद दो अप्रैल से फील्ड में जाएंगे। कोरोना के कारण फील्ड कार्य रुक गए थे, इसलिए अब जनता के बीच जाने के कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। पहला फील्ड दौरा दो से चार अप्रैल तक भिवानी में तय किया गया है। इससे पहले भी मुख्यमंत्री कई शहरों में जन संवाद कार्यक्रम कर चुके हैं।
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