Skip to main content

हरियाणा में शिक्षकों की भर्तियां रद, कर्मचारी चयन आयोग नए सिरे से आयोजित करेगा परीक्षा

 

         हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने शिक्षकों की भर्तियों के लिए नए सिरे से परीक्षा लेगा। (फाइल फोटो)

चंडीगढ़। Haryana Teachers Recruitment: हरियाणा में नए शिक्षकों की भर्तियों की प्रक्रिया को  रद कर दिया गया है। अब हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग अब इन भर्तियों के लिए अलग से परीक्षा लेगा।हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने शिक्षकों की अलग-अलग श्रेणी के 4500 पदों के लिए चल रही भर्ती प्रक्रिया को रद किया है

सामाजिक आर्थिक आधार के नियमों में बदलाव के चलते आयोग ने लिया फैसला

इन पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया 2019 और 2020 में शुरू हुई थी। स्कूलों में शिक्षक लगने के लिए युवाओं को अब और इंतजार करना होगा। प्रदेश सरकार द्वारा सामाजिक आर्थिक मानदंडों के तहत दिए जाने वाले अंकों में कटौती करने के चलते कर्मचारी चयन आयोग ने यह कदम उठाया है।

राज्य में शिक्षकों के 40 हजार से अधिक पद खाली, सरकार को घेरेगा विपक्ष

अब आयोग द्वारा नए नियमों के तहत इन पदों पर भर्ती की जाएगी। सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के 40 हजार से अधिक पद खाली हैं। 4500 पदों की इस भर्ती को रद करने के फैसले को विपक्ष मुद्दा बना सकता है। इससे पूर्व संयुक्त पात्रता परीक्षा के चलते भी आयोग अलग-अलग कैटेगरी की कई भर्तियों को रद कर चुका है। यह परीक्षा जून में करवाए जाने की तैयारी है।

जिन पदों की भर्ती को रद किया गया है, उनमें सेकेंडरी स्कूल के लिए 3827 पद शामिल हैं। मेवात काडर के 37 और एलीमेंटरी एजुकेशन के 176 शिक्षक पदों की भर्ती को रद किया गया है। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा जारी किए गए नोटिस में बताया गया है कि स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से 25 मार्च को इन भर्तियों को वापस लेने के लिए आयोग को पत्र लिखा गया था। विभाग के आग्रह के बाद ही आयोग ने यह फैसला लिया है। अब नए सिरे से इन पदों के लिए आवेदन आमंत्रित होंगे।

सामाजिक आर्थिक मानदंड के ये होंगे अंक आधार

अभी तक सामाजिक आर्थिक मानदंडों के तहत 10 अंक देने का प्रविधान था। ये अंक ऐसे उम्मीदवारों को मिलते थे, जिनके परिवार में पहले कोई सरकारी नौकरी नहीं है। जिन उम्मीदवारों के सर से पिता का साया उठ चुका है और विधवा महिलाओं को भी सरकारी नौकरियों के लिए 10 अंकों का प्रविधान था। अब इन अंकों को घटाकर पांच किया गया है। इसी तरह से अविवाहित लड़की को मायके पक्ष के रूप में और विवाहिता को ससुराल पक्ष के हिसाब से पांच अंकों का लाभ मिलेगा।

अब 95 अंकों की होगी लिखित परीक्षा

इन नियमों में बदलाव के चलते ही पुरानी भर्तियों को रद किया जा रहा है। पहले 100 अंकों में से 10 अंक इन नियमों के तहत मिलते थे और 90 अंकों की लिखित परीक्षा होती थी। अब लिखित परीक्षा 95 नंबरों की होगी और पांच अंक सामाजिक आर्थिक मानदंडों के तहत मिलेंगे।


हरियाणा कर्मचारी चयनआयोग ने विज्ञापन संख्या : 13/2019 के तहत 3827 पदों की भर्ती प्रकिया को रद किया है। इनमें बायोलाजी के 127, कैमिस्ट्री के 131, कामर्स के 304, कंप्यूटर साइंस के 1373, अंग्रेजी के 530, फाइन आर्ट्स के 35, हिंदी के 194, इतिहास के 329, गणित के 522, म्यूजिक के 35, फिजिकल एजुकेशन के 241 व उर्दू के 6 पद थे। मेवात काडर में कंप्यूटर साइंस के 37 पदों की भर्ती रद की है। वहीं पंजाबी के लिए 176 पदों की भर्ती नए सिरे से होगी।



Comments

Vyas Media Network

Vyas Media Network

Popular posts from this blog

हरियाणा में 15 हजार पदों पर सरकारी नौकरी निकली:ग्रुप-C के पद भरे जाएंगे, 5 बोनस नंबर के बिना भर्ती होंगे; क्लर्क की सबसे ज्यादा वैकेंसी

  हरियाणा में सरकारी भर्तियों में सामाजिक-आर्थिक आरक्षण के आधार पर दिए जाने वाले 5 नंबर के बोनस के बिना ही भर्तियां शुरू कर दी गई है। हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) ने ग्रुप-C के15755 पद के लिए दोबारा विज्ञापन निकाला दिया है। आयोग ने इन पदों के लिए आवेदन के लिए 8 जुलाई लास्ट डेट तय की है। इन पदों में ग्रुप-C के लगभग 2 हजार नए पद शामिल किए गए हैं। पद ग्रुप संख्या 1, 2, 56 और 57 में आते हैं। जिन पदों के लिए अब आवेदन मांगे गए हैं, उनके लिए लिखित परीक्षा जुलाई में पूरी करने की तैयारी आयोग कर रहा है। आयोग ग्रुप-C के बचे पदों, नए पदों और ग्रुप-D के बचे पदों और नए आने वाले पदों पर सामाजिक-आर्थिक मानदंड के अंकों के बगैर भर्ती शुरू की है। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने इन अंकों को असंवैधानिक करार दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने भी हाईकोर्ट के फैसले में कोई त्रुटि नहीं बताई है, इसलिए आयोग को हाईकोर्ट के फैसले अनुसार भर्ती प्रक्रिया शुरू करनी पड़ी। पहले भी जारी हुआ था विज्ञापन इन पदों के लिए 2018 और 2019 में भी विज्ञापन जारी हुआ था, जब प्रक्रिया चल रही थी तब सरकार ने सीईटी के जरिए ग्रुप-C-D पदो...

Haryana BJP:भाजपा उम्मीदवार व राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार के खिलाफ बगावत शुरू हो गई,शेरा का निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान; बोले- मनोहर लाल-संजय भाटिया ने संगठन का नाश मारा

  हरियाणा के पानीपत की इसराना विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार व राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार के खिलाफ बगावत शुरू हो गई है। यहां से स्थानीय भाजपा नेता सत्यवान शेरा ने निर्दलीय लड़ने का ऐलान कर दिया है। टिकट ना मिलने से नाराज सत्यवान ने अपनी पत्नी के साथ तीन दिन पहले ही पार्टी से इस्तीफा दिया था। इसके बाद आज सोमवार को उन्होंने प्रेस कान्फ्रेंस कर भाजपा के कई बड़े नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है। सत्यवान ने कहा, "हम संगठन के लिए कई वर्षों से काम कर रहे हैं। लेकिन, यहां से पार्टी ने राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार को टिकट देकर बाकी कार्यकर्ताओं की अनदेखी की है। अब चुनावों में पंवार को वोटों की चोट झेलनी होगी"। बता दें कि कांग्रेस ने यहां से अपने मौजूदा विधायक बलबीर सिंह वाल्मीकि को मैदान में उतारा है। मनोहर और संजय खुद से बड़ा किसी को नहीं समझते: शेरा सत्यवान शेरा ने कहा, "प्रदेश के संगठन का दो लोगों ने नाश मार दिया है। ये नेता मनोहर लाल और संजय भाटिया हैं। दोनों ही पार्टी में खुद से बड़ा किसी को नहीं समझते। दोनों अपनी मनमर्जी चलाते हैं। अगर प...

हरियाणा में 11 जिलों के DC पर एक्शन की तैयारी:CM सैनी की ट्रांसफर लिस्ट में 2 कमिश्नर भी; पुलिस रेंज के ADGP-IG बदले जाएंगे

  हरियाणा लोकसभा चुनाव परिणाम जारी होने के बाद सूबे की अफसरशाही में बड़े बदलाव की तैयारी है। मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) में अफसरों की लिस्ट तैयार हो रही है। लिस्ट तैयार होने के बाद CM नायब सैनी के साथ चर्चा होगी। इसके बाद ट्रांसफर लिस्ट जारी कर दी जाएगी। CMO के सूत्रों का कहना है कि इस ट्रांसफर लिस्ट में 11 जिलों के DC और 2 कमिश्नरों के नाम हैं। इसके अलावा कुछ विभागों के अध्यक्षों के भी ट्रांसफर किए जाने के आसार हैं। इसके अलावा पुलिस रेंज में तैनात ADGP - IG भी बदले जाएंगे। चर्चा है कि मुख्यमंत्री अपने कार्यालय में भी एक-दो नए अफसर तैनात कर सकते हैं। इसलिए बदलाव के मूड में CM हरियाणा में ब्यूरोक्रेसी को लेकर बदलाव की वजह लोकसभा चुनाव बताए जा रहे हैं। सरकार को इनपुट मिला है कि चुनाव में ब्यूरोक्रेसी के कुछ अफसरों ने सरकार के खिलाफ काम किया है। चर्चा है कि अफसरशाही भी लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद अपने व्यवहार में बदलाव कर सकती है। ये अफसर दिल्ली जाने के इच्छुक मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर फिलहाल केंद्र जाने वाले हैं। तब तक वह इसी पद पर बने रह सकते हैं। हरियाणा कैडर के 2000 बैच ...