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सोनिया-राहुल गांधी से मुलाकात के बाद नरम दिखे भूपेंद्र सिंह हुड्डा, बोले- जी-23 क्या है, मुझे नहीं पता

 


चंडीगढ़। हरियाणा कांग्रेस के संगठन में बदलाव की अटकलों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें हर फ्रंट पर पूरा सम्मान दिया है। कांग्रेस का जी-23 समूह क्या है, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है।

हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व के साथ पार्टी को मजबूत करने के तौर-तरीकों पर उनकी बातचीत हुई है। लगे हाथ हरियाणा की राजनीतिक स्थितियों से भी हाईकमान को अवगत कराया गया है। कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं की बढ़ती गतिविधियों के बीच भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सोनिया गांधी और राहुल गांधी से दिल्ली में मुलाकात हुई है।

इस मुलाकात के बाद हुड्डा सीधे चंडीगढ़ आ गए थे। उन्होंने यहां विधानसभा के बजट सत्र में भाग लिया और समय-समय पर अपनी पार्टी के विधायकों के साथ मंत्रणा की। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जिस तरह से कांग्रेस हाईकमान के प्रति अपने नरम रुख का संकेत दिया है, उससे नजर आ रहा है कि हाईकमान काफी हद तक असंतुष्ट कांग्रेस नेताओं को साथ लेकर चलने के मूड में है।

हुड्डा ने काफी कुरेदने पर ही हाईकमान के प्रति कोई ऐसी बात नहीं कही, जिसके अलग मायने निकलते हैं। हुड्डा समर्थक विधायक पिछले काफी समय से संगठन में बदलाव की मुहिम छेड़े हुए हैं। पंजाब में जब कैप्टन अमरिदंर सिंह की कांग्रेस से रवानगी हुई थी, तब इन गतिविधियों को थोड़ा विराम मिला था, लेकिन अब एकाएक इनमें तेजी आई है।

मीडिया के सवाल पूछने पर हुड्डा ने कहा कि हमारी पंजाब व उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के चुनाव नतीजों पर बात हुई है। हमने हरियाणा के मसलों पर भी बात की है। पार्टी कैसे आगे बढ़े और मजबूती से काम करे, इन तमाम मसलों पर बातचीत की गई है। हुड्डा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जी-23 क्या होता है, उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।

बता दें, जी-23 कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं का एक समूह है, लेकिन इनकी संख्या अब बढ़ चुकी है। हुड्डा ने कहा कि मैं या मेरी पार्टी के विधायक किसी से नाराज नहीं हैं। मीडिया ही हमें हाईकमान से नाराज कर देता और मीडिया से हमें खुश दिखा देता है। पहले हमने कांग्रेस नेतृत्व को पत्र लिखा था कि पार्टी को कैसे मजबूत किया जाए। इस बार मिलकर बात हुई है।

हुड्डा ने कहा कि हमारी पार्टी ने स्वतंत्र लोकतंत्र है। ऐसी बातें होती हैं और होती रहनी चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा कांग्रेस में कोई बदलाव हो रहा है, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। कई बार उन्हें व उनके बेटे दीपेंद्र को विभिन्न पदों का दावेदार अखबारों में पेश कर दिया जाता है। मैं और मेरा बेटा किसी पद के दावेदार नहीं हैं। पार्टी हमें जो जिम्मेदारी देती है, हम उसका बखूबी निर्वाह करते हैं

हुड्डा ने खुलेतौर पर स्वीकार किया कि राज्य में सात साल से पार्टी का संगठन नहीं है। न तो ब्लाक अध्यक्ष हैं और न ही जिला अध्यक्ष। प्रदेश कमेटी भी नहीं है। संगठन के अभाव में कार्यकर्ताओं को परेशानी होना स्वाभाविक है। हमने हाईकमान से संगठन बनाने को भी कहा है। संगठन न बन पाने के लिए कौन जिम्मेदार हैं, इस सवाल पर हुड्डा ने कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन यह कहा कि कांग्रेस हाईकमान से उन्हें हर फ्रंट पर पूरा मान-सम्मान मिलता है। 



Comments

  1. We want Indian National Congress
    All AICC executive rella political program State wise selected date selected assembly also parliamentary
    Seat.

    ReplyDelete
  2. I want Congress workers should be appointed as a boodh leval From Ram Singh Sarpanch Lohari Halka Ishrana Panipat Haryana

    ReplyDelete

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