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क्या दिल्ली के लोगों को 55 घंटे तक करना पड़ेगा कर्फ्यू का सामना, जानने के लिए पढ़ें- स्टोरी

 


दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार के मुखिया अरविंद केजरीवाल आदेश पर राजधानी में 55 घंटे का वीकेंड कर्फ्यू लगाया जाएगा। दरअसल, वीकेंड कर्फ्यू शनिवार से शुरू होगा, लेकिन शुक्रवार रात 10 बजे से ही नाइट कर्फ्यू लगा होता है। ऐसे में वीकेंड कर्फ्यू सोमवार सुबह 5 बजे खत्म होगा।

कुलमिला कर दिल्ली वालों को 55 घंटे लगातार कर्फ्यू का सामना करना पड़ेगा। इस तरह 55 घंटे का वीकेंड कर्फ्यू शुक्रवार रात 10 बजे से शुरू होगा और यह सोमवार सुबह 5 बजे खत्म होगा। 55 घंटे के वीकेंड कर्फ्यू के दौरान कई तरह के प्रतिबंध लागू रहेंगे। आइये जानते हैं कि लोगों को इस दौरान क्या करना है और क्या नहीं?

शुक्रवार रात को 10 बजे से शुरू हुए 55 घंटे के वीकेंड कर्फ्यू के दौरान लोगों का घरों से बेवजह निकलना प्रतिबंधित रहेगा। वीकेंड कर्फ्यू के दौरान यह नियम सोमवार सुबह 5 बजे तक लागू रहेगा। नियम तोड़ने वालों पर महामारी एक्टर के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दोनों दिन जरूरत के हिसाब से शासकीय कार्यालय खुले रहेंगे। शनिवार और रविवार को जरूरी सेवाओं वाले दफ्तर, मसलन स्वास्थ्य संस्थान खुले रहेंगे। सारे धार्मिक स्थल शुक्रवार रात 10 बजे पहले बंद हो जाएंगे, फिर सोमवार सुबह ही खुलेंगे।  हालांकि, यहां पर अन्य दिनों में शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना होगा मास्क लगाने के साथ लोगों का शारीरिक दूरी के नियमों का पालन भी करना होगा। मीडिया कर्मियों को पहले की तरह छूट मिली हुई है सफाई कर्मियों को भी छूट का लाभ मिलेगा।

Alert in Delhi Weekend Curfew News: दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू का एलान, कई और प्रतिबंध भी लगे; देखिये पूरी लिस्ट

समझिये, लॉकडाउन और वीकेंड नाइट कर्फ्यू में अंतर

महामारी या फिर अन्य किसी विपत्ति की स्थिति लॉकडाउन एक आपातकाल इंतजाम है, जिसमें जरूरी सेवाएं पूरी तरह से बंद नहीं की जाती हैं। वहीं, वीकेंड नाइट कर्फ्यू में लॉकडाउन की तुलना में राहत रहती है। आवाजाही पर भी छूट रहती है। इस दौरान ट्रेन और हवाई और सड़क यातायात में भी छूट रहती है।

लॉकडाउन के दौरान बैंक, डेरी, जरूरी सामान के लिए दुकानें खुली रहती हैं, लेकिन वीकेंड कर्फ्यू की स्थिति में शनिवार और रविवार को तमाम संस्थान बंद किए जाते हैं। 

लॉकडाउन और वीकेंड कर्फ्यू दोनों ही स्थितियों में लोगों से घरों में रहने की अपील की जाती है, लेकिन दोनों ही व्यवस्थाओं में केवल आवश्यक चीजों के लिए ही बाहर निकलने की अनुमति होती है।

लॉकडाउन और वीकेंड कर्फ्यू दौरान आवश्यक सुविधाएं जारी रहती हैं, लेकिन यह भी प्रशासन पर निर्भर करता है कि वह किन सेवाएं को जारी रखना चाहता है। 

वहीं, संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान दवा और अनाज जैसी जरूरी चीजों के लिए ही बाहर आने की इजाजत मिलती है। बैंक से पैसे निकालने भी जा सकते हैं लेकिन संपूर्ण लॉकडाउन में जरूरी वस्‍तुओं की दुकानें निर्धारित समय तक ही खुली रहती हैं। 

लॉकडाउन और कर्फ्यू में बेहद बारीक अंतर होता है। ज्यादातर कर्फ्यू बेहद गंभीर स्थिति में लगाया जाता है। कर्फ्यू के दौरान आम लोगों को अपने घरों से बाहर जाने की अनुमति नहीं होती है। कर्फ्यू के दौरान सिर्फ वही सेवाएं चालू रहती हैं, जो बेहद जरूरी हों। कर्फ्यू के तहत लोगों को हिदायत दी जाती है कि वो अपने घरों से बाहर सड़कों पर न निकलें।  



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