बस स्टैंड के निकट अपना बाजार में 3 दुकानों के सामने किए गए कब्जे पर आखिर नगर परिषद ने कार्रवाई कर दी। सालों पुराने इस कब्जे का मामला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट तक पहुंच गया था, मगर कब्जाधारी को इस पर राहत नहीं मिल पाई। नगर परिषद ने इन दुकानों के सामने से कब्जा हटाने के लिए नोटिस भी दिए थे। दो पक्षों में आपसी विवाद के बाद यह मुद्दा उठा था। अधिकारियों के अनुसार इस मामल में विजिलेंस जांच तक हो चुकी थी। आखिर नगर परिषद ने एक्शन लेते हुए बुधवार को किए गए निर्माण को तोड़ दिया। इस प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर किसी तरह का विरोध भी नहीं रहा, इसलिए पुलिस बल की भी जरूरत नहीं पड़ी
नगर परिषद के अधिकारियों के अनुसार शहर के अपना बाजार में कब्जा धारी ने 3 दुकानों के सामने नगर परिषद की जमीन पर अवैध तरीके से निर्माण किया हुआ था। इस जगह पर होटल, जूस की दुकान और रंग-पेंट की दुकानें हैं। जो कि करीब 8-10 फीट आगे तथा 40 फीट दूरी तक यह निर्माण बढ़ाया हुआ। यहां तक कि इस जमीन पर अवैध तरीके से शटर तक भी लगा लिए गए थे। इसे लेकर विवाद चल रहा था। कुछ शिकायतें भी भेजी गई। लंबी जद्दोजहद के बाद नगर परिषद ने कब्जा हटाने के लिए कब्जाधारी को नोटिस दिए गए। नगर परिषद अधिकारियों का कहना है कि निर्माण को तोड़ने से रोकने के लिए कब्जाधारी ने हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की। मगर नगर परिषद ने अपना जवाब पेश किया। कब्जाधारी को हाईकोर्ट से राहत नहीं मिल पाई।
दुकानों को धीरे-धीरे आगे बढ़ाकर किया गया यह कब्जा
अधिकारियों का कहना है कि यहां दुकानें तो सालों से बनी हुई हैं। कब्जा भी संभवत: 20-25 साल पुराना हो चला था। दुकानों को धीरे-धीरे आगे बढ़ाकर यह कब्जा किया। नप ने निर्माण को ढहाने से पहले पैमाइश भी कराई। बुधवार को नप कार्यकारी अधिकारी डॉ. विजयपाल, जेई साकिर हुसैन, सीएसआई संदीप कुमार, हरकेश कुमार लिपिक सहित पूरी टीम जेसीबी लेकर मौके पर पहुंची। जेसीबी की मदद से अवैध निर्माण को तोड़ दिया गया। इस जमीन पर दोबारा कब्जा ना हो, इसके लिए भी नप पुख्ता व्यवस्था कर सकती है।
नप की है जमीन
अपना बाजार में 3 दुकानों के सामने सालों से कब्जा किया हुआ था। यह मामला हाईकोर्ट भी पहुंचा, मगर कोर्ट से इस मामले में स्टे नहीं मिल पाई। हमने नोटिस दिए हुए थे। अब हमने कार्रवाई करते हुए कब्जा हटवा दिया है। यह जमीन नप की है।- डॉ. विजय पाल, ईओ नगर परिषद।
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