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चश्मे से चाहते हैं आजादी, आजमाकर देखें ज्योतिष के इन उपायों को

 


चश्मे को कहना चाहते हैं अलविदा तो आजमाएं ज्योतिष के ये उपाय

प्रदूषण, टीवी, गैजेट्स और अनियमित खान-पान की वजह से बड़े तो क्या बच्चों की भी आंखों पर इसका प्रभाव पड़ता है। आजकल बच्चे हो या बड़े आजकल ज्यादातर लोगों की आंख पर चश्मा देखने को मिलता है। अगर आप चाहते हैं कि आपको चश्मे से आजादी मिल जाए और आंखों की रोशनी भी बढ़ जाए तो ज्योतिष शास्त्र में कुछ उपाय बताए गए हैं। इन उपायों के करने से ना सिर्फ आपकी आंखों की रोशनी बढ़ती है बल्कि हृदय भी सुरक्षित रहता है। ज्योतिष शास्त्र में आंखों और हृदय के लिए सूर्य का विशेष महत्व बताया है। सूर्य को नेत्र का कारक ग्रह माना गया है। ऐसे में आंखों की रोशनी बढ़ाए रखने के लिए कुंडली में सूर्य की मजबूत स्थिति होना बेहद जरूरी है। इसके लिए चाक्षुषोपनिषद का पाठ कर सकते हैं और ज्योतिष के कुछ उपाय भी बताए गए हैं। आइए जानते हैं ज्योतिष के इन उपायों के बारे में, जिससे आंख के साथ-साथ हृदय का भी ध्यान रख सकते हैं…

2/7अद्भुत लाभ का होगा अनुभव

प्राचीन समय में ऋषियों-मुनियों की आंखें बिल्कुल स्वस्थ रहती थीं। इसके लिए वह चाक्षुषोपनिषद (चाक्षुषी विद्या) का पाठ करते थे। इसका पाठ करने से नेत्र के किसी भी प्रकार के रोग में लाभ मिलता है और आंखों की ज्योति भी बढ़ती है। इस पाठ को सूर्य को जल देने के बाद करना चाहिए। इससे आपको अद्भुत लाभ का अनुभव प्राप्त होगा।

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3/7आंख के साथ हृदय की समस्या होती है दूर

सूर्य की उपासना से आंखों का रोग खत्म होता है। इसके लिए आप उगते सूर्य को तांबे के लोटे से जल दें। तांबे के पात्र को सिर के पास रखें और गिरते हुए जल से सूर्य पर दृष्टि रखें। ऐसा करने से ना सिर्फ आपकी आंखों की रोशनी बढ़ेगी बल्कि हृदय संबंधित समस्याओं से मुक्ति मिलेगी।

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4/7सौभाग्य की होती है प्राप्ति

ज्योतिष में रविवार को सूर्यदेव का दिन माना गया है। इसलिए हृदय को मजबूत और आंखों की रोशनी के लिए मीठा भोजन अथवा फलहार करना चाहिए और नमक का बिल्कुल भी प्रयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से सौभाग्य की भी प्राप्ति होती है।

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5/7सूर्य के तांत्रिक मंत्र का करें प्रयोग

चश्मे को हमेशा के लिए अलविदा कहने के लिए आप सूर्य के तांत्रिक मंत्र का भी प्रयोग कर सकते हैं। हर रोज सूर्य को जल दें और फिर 108 बार ओम ह्रां ह्रीं हौं स: सूर्याय नम: मंत्र का जप करें। इससे आंखों की ज्योति बढ़ती है और चश्मा हट जाता है।

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6/7इससे बढ़ती है आंखों की ज्योति

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रात के समय तांबे के बर्तन में पानी भरकर रख दें, फिर उसे अगले दिन उठकर उस जल से आंखों में छींटे मारें। ऐसा करने से आंखों की रोशनी बढ़ती है और कभी कोई रोग नहीं लगता।

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7/7स्वस्थ्य हृदय के भी हैं ये उपाय

चाक्षुषोपनिषद पाठ को छोड़कर ऊपर दिए हुए सभी उपाय ना सिर्फ नेत्र के लिए बल्कि हृदय को स्वस्थ्य रखने के लिए भी कारगर माने गए हैं। जैसे हृदय संबंधित रोगों से मुक्ति के लिए तांबे के पात्र से पानी पीना चाहिए, इससे हृदय स्वस्थ्य रहता है।



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