Skip to main content

अब सुबह 9 से शाम 7 बजे तक रोज खुलेंगी दुकानें, गाइडलाइन जारी


जिलाधीश यशेन्द्र सिंह ने सरकार के आदेशानुसार कंटेनमेंट जोन को छोडक़र अन्य दुकानों व बाजार के लिए लॉकडाउन में छूट देते हुए अनलॉक-वन के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है। जिलाधीश ने अपने आदेशों में कहा है कि बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने के लिए सभी को मानक संचालन प्रक्रिया की पालना करनी होगी।
मंगलवार को शहर के विभिन्न व्यापारिक संगठनो के प्रतिनिधियों ने जिलाधीश यशेन्द्र सिंह से कैंप कार्यालय में मुलाकात की थी। व्यापारिक संगठनों ने भरोसा दिलाया है कि रेवाड़ी जिला के बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग की अनुपालना की जाएगी। कोरोना की रोकथाम के लिए प्रशासन द्वारा जारी एसओपी की अनुपालना करते हुए सहयोग किया जाएगा। इस दौरान अतिरिक्त उपायुक्त राहुल हुड्ïडा, एसडीएम रेवाड़ी रविंद्र यादव भी मौजूद रहे।
यशेन्द्र सिहं ने कहा कि जिला में मैडिकल स्टोर और दूध बूथ व डेयरी की दुकानों को छोडक़र अन्य सभी दुकानें व प्रतिष्ठïान रविवार को बंद रहेंगे। जिलाधीश ने जिला में सोमवार से शनिवार तक रोजाना सभी दुकानों को खोलने की स्वीकृति दी है। रविवार को ये दुकानें बंद रहेगी।
उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय के निर्देश अनुसार कंटेनमेंट जोन में पाबंदियां लागू रहेंगी। जबकि अन्य क्षेत्रों में सशर्त दुकानें खोलने की छूट दी जा रही है। उन्होंने कहा कि निर्धारित नियमों की अनुपालना करते हुए अब दूध बूथ, डेयरी शॉप सप्ताह के सातों दिन सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक खुलेंगी। जबकि फार्मेसी, केमिस्ट शॉप, अस्पताल, नर्सिंग होम व क्लीनिक्स आदि सातों दिन खोलने के छूट रहेगी तथा इन पर समय सीमा की कोई पाबंदी नहीं होगी।
जिलाधीश ने कहा कि थोक सब्जी मंडियां व न्यूज पेपर वैंडर्स व हॉकर सोमवार से रविवार प्रात: 4 से सांय 7 बजे तक खुलेंगे। उन्होंने स्पष्टï किया कि अन्य दुकानें सप्ताह में सोमवार से लेकर शनिवार तक सुबह 9 बजे से सांय 7 बजे तक खोलने की अनुमति रहेगी। उन्होंने बताया कि बाजारों के संबंध में दिए गए नए दिशा निर्देशों की पालना के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है। अगर कहीं भी किसी दुकानदार ने निर्धारित प्रक्रिया का पालन नहीं करने पर संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधीश ने कहा कि दुकान पर सैनेटाइजर की उपलब्धता सुनिश्चित करनी होगी। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि दुकानदार, सहायकों और ग्राहकों सहित पांच से अधिक व्यक्ति किसी भी दुकान में एक समय में मौजूद न हों। दुकान के बाहर कोई भी सामान दुकानदार द्वारा नहीं रखा जाए। ग्राहकों को किसी भी दुकान / रेहड़ी के सामने अपने वाहन (दोपहिया और चार पहिया वाहन) नहीं खड़े करने चाहिए बल्कि इन वाहनों को निर्धारित पार्किंग स्थानों पर पार्क करें, पैदल चलकर बाजार में दुकानों पर खरीददारी करें।दुकानदारों को अपने कर्मचारियों सहित स्वयं आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करना होगा तथा अपनी दुकान के सामने भी इस एप के बारे में जागरूकता नोटिस चस्पा करें ताकि ग्राहकों को भी इस बारे में जागरूक किया जा सके।
जिलाधीश यशेन्द्र सिंह ने कहा कि सभी नागरिकों को पहले की तरह ही पूरी जिम्मेदारी के साथ कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने में प्रशासन का सहयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि जिला में रात्रि नौ बजे से लेकर सुबह पांच बजे तक रात्रि कफ्र्यू जारी रहेगा तथा इस दौरान अति आवश्यक कार्य को छोडक़र घर से बाहर निकलने और मूवमेंट करने पर पाबंदी रहेगी। उन्होंने कहा कि मास्क पहनकर घर से अति आवश्यक कार्य के लिए ही बाहर निकलें और बाहर एक दूसरे से सामाजिक दूरी बनाकर रखें।

Comments

Post a Comment

Vyas Media Network

Vyas Media Network

Popular posts from this blog

पूर्व सीएम के PA ने रेवाड़ी CMO को बताया अनुभवहीन:CM सैनी से की शिकायत; बोले- स्वास्थ्य मंत्री अस्पताल पर ध्यान नहीं दे रहीं

     सीएम नायब सैनी काे ज्ञापन सौंपते हुए पूर्व CM के पीएम अभिमन्यू यादव हरियाणा के रेवाड़ी का सरकारी अस्पताल सुर्खियों में आ गया है। पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के PA अभिमन्यु यादव ने स्वास्थ्य मंत्री पर आरोप लगाया कि वो गृह जिले की सुविधाओं का ध्यान नहीं कर रही है। जिसके चलते यहां व्यवस्था बदहाल हो गई है। रेवाड़ी अस्पताल को लेकर अभिमन्यु यादव ने सीएम नायब सैनी को शिकायती पत्र में कहा कि रेवाड़ी का CMO अनुभवहीन है। सीएमओ को पॉलीक्लिनिक चलाने का ही अनुभव है। अनुभवहीन सीएमओ के कारण यहां की व्यवस्था बिगड़ रही है। जिससे पूरे अस्पताल के प्रबंधन पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। अभिमन्यु यादव के पत्र के अहम प्वाइंट 1. रेडियोलॉजिस्ट की कमी: रेवाड़ी अस्पताल में नियुक्त रेडियोलॉजिस्ट को प्रतिनियुक्ति पर भेज दिया गया है। जिससे यहां कोई नियमित रेडियोलॉजिस्ट उपलब्ध नहीं है। अल्ट्रासाउंड की तारीख 3 महीने बाद की दी जाती है। कभी-कभी केस की तारीख के कारण यह तारीख 3 महीने और आगे बढ़ जाती है। 2. त्वचा रोग विभाग पूर्णत निष्क्रिय: डर्मेटोलॉजी विभाग में कोई स्किन स्पेशलिस्ट नहीं कार्यरत है। जिससे मरीजों ...

तारीख पर तारीख से मिलेगी निजात... तीन नए कानूनों को लागू करने वाला पहला राज्य बनेगा हरियाणा, पढ़ें क्या होगा खास?

  HighLights हरियाणा में 28 फरवरी तक नए आपराधिक कानून लागू होंगे नए कानूनों में पहली बार मॉब लिंचिंग को किया गया परिभाषित देश की हर क्षेत्रीय भाषा में इन कानूनों को उपलब्ध कराया जाएगा  Three New Criminal laws in Haryana:  हरियाणा सरकार 28 फरवरी से तीनों नए आपराधिक कानून लागू करने जा रही है। इस बात का एलान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी कर दिया है। बीते शुक्रवार को सीएम नायब सैनी ने कहा कि हरियाणा पहला राज्य बनेगा जो इन तीन नए आपराधिक कानूनों को अपने यहां लागू करेगा। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि 31 मार्च के लक्ष्य के विपरीत हरियाणा (Three New Criminal Laws in Haryana) मे 28 फरवरी तक नए आपराधिक कानून लागू होंगे। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि ये तीन नए कानून क्या हैं और इसमें क्या कुछ नया है। आइए, इस बार में डिटेल से जानते हैं। क्या हैं तीन नए आपरधिक कानून? तीन नए आपराधिक कानूनों में भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) 2023, और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BSA) 2023 शामिल हैं। ये तीन नए कानून 1 जुलाई, 2024 से भारतीय दंड संह...

रेवाड़ी अस्पताल के जच्चा-बच्चा कक्ष में छत का प्लॉस्टर गिरा:घटना के समय 6 महिलाएं मौजूद थीं, सभी को दूसरी जगह शिफ्ट किया

  घटना वाले कक्ष की छत के हालात रेवाड़ी में स्थित सरकारी अस्पताल के जच्चा-बच्चा कक्ष में छत से प्लॉस्टर गिर गया। प्लॉस्टर गिरने के समय 6 महिलाएं मौके पर मौजूद थी। जिन्हें घटना के बाद अस्पताल के दूसरे कक्ष में शिफ्ट किया गया। घटना से अस्पताल में भर्ती मरीजों में दहशत का माहौल बन गया था। रेवाड़ी अस्पताल स्थित जच्चा बच्चा कक्ष में वीरवार को दोपहर करीब डेढ़ बजे छत से प्लॉस्टर गिर गया। प्लॉस्टर एक महिला के पास में गिरा, जिससे जच्चा-बच्चा कक्ष में चीख-पुकार मच गई। ड्यूटी पर तैनात नर्सिंग स्टाफ ने तुरंत अस्पताल प्रबंधन को बताया। जिसके बाद मरीजों को वहां से फर्स्ट फ्लोर पर शिफ्ट किया गया। डिलीवरी मरीज थी ज्यादा रेवाड़ी अस्पताल के में डिलीवरी के लिए आई गर्भवती महिलाओं की संख्या ज्यादा हो गई थी। जिसके कारण ग्राउंड फ्लोर पर भी डिलीवरी के बाद महिलाओं को यहां रखा गया था। हादसा हुआ तो मौजूद महिलाओं के परिजन बिफर गए। जिन्होंने कहा कि यहां पर महिलाएं सुरक्षित नहीं है। अस्पताल प्रशासन ने ऐसे कमरे में रखा है, जहां पर कभी भी हादसा हो सकता है।