देश की राजधानी दिल्ली में बुधवार को 24 घंटे के दौरान कोरोना संक्रमण (Corona infection) के 100 से अधिक मामले आने से प्रशासन खमे में चिंता बढ़ गई है। क्योंकि कई दिनों से दिल्ली में 100 से भी कम करोना के मामले दर्ज किए जा रहे थे। चीन, दक्षिण पूर्व एशिया और यूरोप के कुछ कई देशों में कोरोना वायरस (Corona virus) संक्रमण की ताजा लहर को देखते हुए देश में भी चिंता बढ़ने लगी है। इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) भी सतर्क हो गया है। हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (Rajesh Bhushan) ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अतिरिक्त मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों और स्वास्थ्य सचिवों को पत्र लिखकर चेतावनी दी थी। कहा था कि किसी भी राज्य का प्रशासन यह सोचकर लापरवाह न हो कि अब कोरोना के नए मामलों की संख्या चिंताजनक नहीं है।
इसमें कोविड फ्रेंडली तरीके से व्यवहार करना शामिल है। वही राजधानी में कोरोना की स्थिति सामान्य होने के बीच गुरुवार को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (Delhi Disaster Management Authority) की बैठक होगी। उपराज्यपाल और डीडीएमए (DDMA) अध्यक्ष अनिल बैजल (Anil Baijal) की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में कोरोना की मौजूदा स्थिति पर बातचीत होगी। बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। बैठक में कोरोना संक्रमण और टीकाकरण (Vaccination) की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की जाएगी। समीक्षा के बाद आगे की तैयारी की जाएगी। बता दे केंद्र सरकार ने कुछ दिन पहले केंद्र शासित राज्य और राज्यों को एडवाइजरी (Advisory) जारी की थी। एडवाइजरी में कोरोना को लेकर सतर्क रहने और लापरवाही न करने की हिदायत दी गई। भले ही कोरोना के मामलों में कमी आई हो, लेकिन कुछ राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ते भी जा रहे हैं। ऐसे में राज्यों को पहले जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए।
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