रसों को 5050 रुपये प्रति क्विंटल, गेहूं को 2015 रुपये प्रति क्विंटल, चना को 5230 रुपये प्रति क्विंटल व जौ को 1,635 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर विभिन्न खरीद एजेंसियां खरीदेंगी।
हरियाणा में पहली अप्रैल से रबी-2022 की फसलों गेहूं, चना व जौ की खरीद शुरू हो रही है। फसल खरीद के 72 घंटे के अंदर पैसा किसानों के बैंक खाते में भेजना होगा। समयबद्ध अदायगी न करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सरकार कार्रवाई करेगी। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने गुरुवार को यहां खाद्य, आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अधिकारियों की बैठक ली।
उन्होंने मंडियों से फसल का समय पर उठान सुनिश्चित करने व किसानों के लिए सभी आवश्यक प्रबंध करने का निर्देश दिया है। बैठक में सभी जिलों के डीसी, जिला खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक व अन्य वरिष्ठ अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े। चौटाला ने कहा कि किसानों को अपनी फसल बेचने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
डीसी फसल उठाने के लिए परिवहन साधनों का प्रबंध करें ताकि खरीद कार्य तेजी से चले। मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपलोड किए गए फसलों के ब्योरा के अनुसार किसानों के बैंक खातों को अपडेट किया जाए। उन्हीं में राशि का भुगतान करें। मंडियों में किसानों के लिए पेयजल व अन्य सुविधाएं दुरुस्त होनी चाहिए।
डीसी ने दुष्यंत को बताया कि मंडियों का दौरा करके फसल-खरीद की तैयारियों का जायजा ले लिया है। सरसों खरीद 93 मंडियों में की जाएगी, जबकि गेहूं के लिए 397 मंडियां, चने के लिए 11, जौ की खरीद के लिए 25 मंडियां तैयार की जा रही हैं। सरसों को 5050 रुपये प्रति क्विंटल, गेहूं को 2015 रुपये प्रति क्विंटल, चना को 5230 रुपये प्रति क्विंटल व जौ को 1,635 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर विभिन्न खरीद एजेंसियां खरीदेंगी।
गेहूं की खरीद खाद्य, आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग, हैफेड, हरियाणा राज्य भंडारण निगम व भारतीय खाद्य निगम करेगा। चने की खरीद हैफेड, सरसों की खरीद हैफेड व हरियाणा राज्य भंडारण निगम, जौ की खरीद खाद्य, आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग, हैफेड एवं हरियाणा राज्य भंडारण निगम करेंगे।
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